कानपुर, प्रदीप शर्मा - छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय में शनिवार को नव प्रवेशित कृषि छात्रों का दीक्षारंभ कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डीआरडीओ के निदेशक डॉ. संजय कुमार द्विवेदी उपस्थित रहे ।स्कूल आफ एडवांस्ड एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ हिमांशु त्रिवेदी ने कहा कि विश्वविद्यालय वह उर्वर भूमि है जो समस्त बीजों के अंकुरण का सुखद अवसर प्रदान करता है उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में हमें मां के गर्भ में पल रहे शिशु की भांति रहना चाहिए जिससे सीखने का अवसर प्राप्त होता है । उन्होंने बताया कि स्नातक कृषि तथा परास्नातक कृषि की सभी कक्षाएं सोमवार से सुचारु रूप से शुरू हो जाएंगे ।
मुख्य अतिथि डॉ. संजय द्विवेदी ने कहा कि दीक्षारंभ से दीक्षांत तक आपका समय अपनी दिशा तय करने का है ।17 से 25 वर्ष का समय छात्रों की दिशा निर्धारित करता है कि वो किस दिशा में तथा किस विधा में आगे बढ़ेंगे।उन्होंने कहा कि आज देश को सर्टिफिकेट शिक्षा की आवश्यकता नहीं है बल्कि ज्ञान और कौशल आधारित शिक्षित लोगों की जरूरत है जो कौशल युक्त युवा वैज्ञानिकों को पैदा कर सके। डॉ द्विवेदी ने डीआरडीओ के बारे में बताते हुए कहा कि देश के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. रमन्ना, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम लोग डीआरडीओ से जुड़े रहे । उन्होंने कहा जीवन में अभ्यास से ही निपुणता आती है । जब आपके गुरु आपमें परिमार्जन करते है तो आप नए उत्पाद के रूप में देश और दुनिया में जा कर इस विश्वविद्यालय तथा अपने गुरुजनों का नाम रोशन करते हैं ।कार्यक्रम में डॉ. श्रेया सिंह, डॉ. अंकित सिंह भदौरिया, डॉ. रोहित, डॉ. दीपांजलि, डॉ. हृदेश राजपूत, डॉ. शुभम बाजपेई , उत्कर्ष उपाध्याय, सुमित शुक्ल, शुभम राज, सिमरन, आर्या, सोनल, राज सिंह, रिशु, आयुषी तथा सभी शिक्षक छात्र एवं कर्मचारी मौजूद रहे।।


No comments:
Post a Comment