जसपुरा ब्लॉक के कई गांव बाढ़ से बेहाल, चंद्रावल व केन नदी का जलस्तर घटा
जसपुरा, के एस दुबे । बीते दिनों आई बाढ़ के कारण जसपुरा ब्लॉक के अमारा, बरेहटा, नाँदादेव, पडोहरा, शंकरपुर समेत करीब 23 मजरे अब भी बुरी तरह प्रभावित हैं। धोवर नाला पूरी तरह बह चुका है, जबकि चंद्रावल और केन नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे घट रहा है। जलस्तर कम होने के बाद संपर्क मार्ग कुछ स्थानों पर खुलने लगे हैं, लेकिन बाढ़ के पानी के बाद गांवों में गंदगी और सड़न से भयंकर दुर्गंध फैल रही है, जिससे बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें तो तैनात कर दी गई हैं, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाएं, दवा छिड़काव और आवश्यक सामग्री नहीं पहुंच पाई है। गांवों में मच्छर पनपने लगे हैं और कई स्थानों पर संक्रमण जैसी स्थिति बन रही है। ग्रामवासियों यदुनाथ
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| खेतों में भरा बाढ़ का उतरता हुआ पानी |
पाल, रामजियावन निषाद, पंकज, पप्पू शुक्ला ग्राम प्रधान रोहित,प्रधान रामसजीवन,सहित अन्य ग्रामीणों ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव-गांव भेजी जाएं और दवा छिड़काव, मच्छररोधी उपाय, और पीने के पानी की सफाई व्यवस्था तत्काल शुरू की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि हैंडपंप और कुएं दूषित हो चुके हैं। पीने का साफ पानी नहीं मिल पा रहा। ब्लीचिंग पाउडर, ओआरएस, मच्छरनाशक दवाएं और डॉक्टरों की टीमें भेजे जाने की जरूरत है। इस बीच, एसडीएम पैलानी अंकित वर्मा ने जानकारी दी कि "नदी का जलस्तर अब नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग,साफ सफाई की टीमें सोमवार से प्रभावित गांवों में जाकर दवा छिड़काव, सफाई और उपचार का कार्य शुरू करेंगी।" उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है और हर जरूरी मदद पहुंचाई जाएगी। फिलहाल ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं के इंतजार में रहना पड़ रहा है। यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो आने वाले दिनों में बीमारी और महामारी का खतरा बढ़ सकता है। इधर, तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत पुनाहुर के बड़ा देव बाबा पुरवा का मार्ग बदहाली और गंदगी में तब्दील हो चुका है। आस्था से जुड़ा यह स्थल दो रास्तों से जुड़ा है, लेकिन दोनों ही रास्ते कचरे और कीचड़ से भरे पड़े हैं। पहले मार्ग पर स्थित दुकान के संचालकों द्वारा जानबूझकर गंदा पानी बहाते हैं, जबकि दूसरे मार्ग पर पंचायत खुद कचरे का ढेर लगा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को रोजाना गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है। गांव के बृजेंद्र गौतम, बब्बू तिवारी, बालेंद्र तिवारी, पिंकू सहित आदि लोगों की मानें तो कई बार ग्राम प्रधान समेत ब्लॉक के अधिकारयों से गंदगी की शिकायतें करने के बावजूद पंचायत ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणो ने बताया कि 20 वर्षों से इस क्षेत्र में कोई सीसी रोड, नाली या नियमित सफाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने पुरवा समेत देव स्थान परिसर की सफाई कराने की मांग किया है।


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