गोशालाओं में गोवंशों के संरक्षण के नाम पर हो रही मनमानी
बांदा, के एस दुबे । विश्व हिंदू महासंघ गोरक्षा के जिला अध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति अपनी टीम के साथ बिसंडा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरेडा संचालित अस्थाई गौशाला में जब पहुंच कर देखा गया कि गौशाला में सिर्फ 15 साल भूसा रखा हुआ था और गौशाला में गोवंशों की संख्या 100 मिली। आखिरकार क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी कैसे डिमांड में साइन करके पैसा निकाल दिया जाता है जब गोवंश दीपावली तक बाहर चराया गया है तो गोवंशों के नाम पर पैसा क्यों दिया जा रहा है, जो कि कर्मचारियों ने सब चीज बताई की गोवंश किस प्रकार यहां पर भोजन दिया जाता है और गौशाला में किसी प्रकार का पौष्टिक आहार नहीं मिला और गौशाला में ठंड को देखते हुए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई, जो कि लगातार बिसंडा ब्लाक के अंतर्गत गौशालाओं की हालत चिंताजनक है।
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| उमरेहंडा गोशाला में भूसे से खाली पड़ी चरही। |
गोशालाओं में गोवंशों को रखे जाने के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। गोवंशों के चारा और भूसा का इंतजाम नहीं किया जा रहा है। बेपरवाही का आलम यह है कि मृत गोवंशों को सड़क किनारे फेंक दिया जाता है, उनका सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार भी नहीं किया जा रहा है। विश्व हिंदू महासंघ गोरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने कहा कि अधिकारियों को गोसंरक्षण के कार्य को गंभीरता के साथ देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोशाला संचालकों की अनदेखी की वजह से गोवंश भूखा और प्यास है। इस ओर अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। समिति अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत करते हुए कार्रवाई करवाई जाएगी।


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