सड़क संघर्ष समिति ने नरैनी में बैठक कर बनाई रणनीति
करोड़ों खर्च होने के बावजूद सड़क की नहीं बदली सूरत
विजयीपुर/फतेहपुर, मो. शमशाद । क्षेत्र के नरैनी चौराहा में रविवार सड़क संघर्ष समिति के पदाधिकारी ने चौराहे पर बैठक कर गाजीपुर विजयीपुर सड़क निर्माण के नाम पर हुए भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की जांच करवाने की मांग उठाई और नए बजट पर नियमानुसार सड़क निर्माण पर विस्तृत चर्चा हुई। गाजीपुर-विजयीपुर सड़क निर्माण के लिए लगातार संघर्षरत सड़क संघर्ष समिति और बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति ने रविवार नरैनी चौराहा के समीप एक बैठक आयोजित की। जहां पर बीआरएस अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ने बताया कि सड़क के नवनिर्माण सौन्दरीकरण मरम्मतीकरण के लिए शासन ने लगभग प्रत्येक वर्ष लाखों करोड़ों में बजट दिया है परंतु जिम्मेदारों ने तनिक भी काम न कराते हुए सिर्फ अपना पेट भरने का काम किया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष धर्मेंद्र दीक्षित ने बताया कि सड़क निर्माण के नाम पर फर्जी रिपोर्ट लगाकर 20 सालों में करोड़ों रुपए का भुगतान कराने वाले अधिकारियों को चिन्हित किया गया है। बहुत जल्द आंदोलन कर ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करवाने के लिए
आवाज बुलंद की जाएगी। समिति के संयोजक आशु सिंह ने जनपद भर के जनप्रतिनिधियों अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि हाल ही में इस सड़क निर्माण के लिए स्वीकृत 89 करोड़ के बजट से कार्यदाई संस्था ने 6 करोड़ से ज्यादा का बजट निकाल लिया है परंतु अभी भी सड़क में कोई काम नहीं किया गया है सिर्फ सड़क को तोड़कर बिखेर दिया गया है। सदस्यों ने इस सड़क के नाम पर भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों और जिम्मेदारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए जल्द ही आंदोलन करने की बात कही। इस मौके पर सत्यदेव पाण्डेय, राजकिशोर शुक्ला, सुशील द्विवेदी, श्याम बिहारी तिवारी, धनंजय दीक्षित, नागेंद्र सिंह, दीपू साहू, अनिल तिवारी, रीतेश कुमार, विजय तिवारी सहित एक सैकड़ा लोग मौजूद रहे।
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