पहाडी बुजुर्ग गांव का मामला
पहाडी/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । पहाडी बुजुर्ग गांव के ग्राम पंचायत सदस्य रामस्वरुप, रोहित कुमार, गोकुल प्रसाद, राजकुमार, राजबहादुर, तारा देवी, पवन पाण्डेय, नन्दकिशोर, ज्ञानमती देवी, केशमती, राममिलन, सुनीता देवी ने जिलाधिकारी से भेंटकर कहा कि त्रिस्तरीय कमेटी मनमानी ढंग से कार्य करा रही है। ग्राम पंचायत सदस्य क्षुब्ध होकर पंचायत की समितियों से स्तीफा दे रहे हैं। मंगलवार को ग्राम पंचायत पहाडी बुजुर्ग के ग्राम पंचायत सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय आये। जिलाधिकारी से भेंटकर कहा कि ग्राम पंचायत में शासन से त्रिस्तरीय कमेटी दुबारा
डीएम से भेंट करते पहाडी बुजुर्ग गांव के सदस्य। |
गठित हुई है। पूर्व में बिना बैठक व बिना सदस्यों के गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं हुए। इस बार भी दलित सीट व आरक्षण से प्रधान का चयन जनता ने किया तो अनुसूचित जाति के नाम डोगल नहीं बनाया। कमेटी का कहना है कि जिलाधिकारी ने पर्सनल कमेटी में रखा है, जो मर्जी होगी वही करेंगे। इस दशा में सदस्यों का ग्राम पंचायत के विकास में उपस्थित अनिवार्य नही है। कमेटी में रहने का क्या औचित्य है। पहाडी बुजुर्ग में बिना बैठक के प्रस्ताव पारित हो रहे हैं। गुणवत्ताविहीन कार्य हो रहे हैं। त्रिस्तरीय कमेटी का विरोध करते हुए समितियों से स्तीफा की पेशकस की। भीषण गर्मी में 60 फीसदी हैण्डपम्प खराब हैं। कमेटी गांव के धन को कूटनीति व साजिश से बंदरबांट कर रहे हैं। इस दशा में उनका स्तीफा मंजूर किया जाये। इसकी प्रतिलिपि उच्चाधिकारियों को भेजी है।
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