ग्रामीणों ने दी आन्दोलन की धमकी
मऊ/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । मऊ ब्लाक के छिवलहा गांव में प्राचीन हनुमान मंदिर नाली बनने की राह देख रहा है। कई वर्षों से नाली का पानी मंदिर के सामने बह रहा है। ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीण व स्कूली बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानी होती है। लोगों ने प्रधान पर विकास कार्यों में ध्यान न देने का आरोप लगाया है। रविवार को ग्रामीणों ने कहा कि प्रधान गांव के कार्यों में हीलाहवाली कर कार्यों में ध्यान नहीं देता। कई कार्यों में अनियमितता बरती है। ग्रामीणों ने जांच कराने की मांग की है। सवाल है कि गांव की बुनियादी समस्याओं पर प्रधान के ध्यान न देने पर किसी भी समस्या का निस्तारण नहीं होता। प्रधान हर कार्य में पल्ला झाड़ लेता है। हनुमान मंदिर के पास नाली निर्माण न होने से जलभराव रहता है। श्रद्धालुओं को भारी मशक्कत से मन्दिर तक पहुंचना पडता है। लोगों ने समस्या निदान की मांग की है।
प्राचीन मन्दिर के सामने भरे पानी पर ग्रामीणों की प्रतिक्रिया।
गन्दे पानी से गुजरने पर पूजा-पाठ में होता व्यवधान
मऊ/चित्रकूट। प्राचीन हनुमान मंदिर छिवलहा गांव लोगों की आस्था का केंद्र है। गांव के बड़े-बुजुर्ग, महिला पूजापाठ करने हनुमान मंदिर जाते है। वे नाली में पैर रखकर मन्दिर पहुंचते हैं। गन्दा पानी पूजापाठ में व्यवधान पैदा करता है। बडे-बुजुर्ग गिर जाते हैं। नाली का निर्माण न होने पर ग्रामीण आन्दोलन को बाध्य होंगे। संतोष सिंह व सूर्यभान सिंह ने प्रधान से मन्दिर के रास्ते का जल्द निर्माण कराने की मांग की है। गांव के शुभम सिंह ने आरोप लगाया कि नाली निर्माण का कार्य बारिश के पहले नहीं होता तो बड़ी घटना हो सकती है। ये सड़क गांव के अंदर जाने का मुख्य सम्पर्क मार्ग है। जो पानी से लबालब भरा है। जिम्मेदार लोग आंख में पट्टी बांधे हैं। ग्रामीण पुष्पराज सिंह ने कहा कि कई वर्षों से मन्दिर के सामने पानी बह रहा है। छोटे-छोटे बच्चे बैग लेकर विद्यालय जाते समय गिरकर चुटहिल हो जाते हैं। अधिकारियों से मामले को संज्ञान में लेने की मांग की है।
No comments:
Post a Comment