चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिला कारागार का संयुक्त त्रैमासिक निरीक्षण गुरूवार को जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन एवं पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीलू मेनवाल व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेंद्र प्रसाद भारती ने किया गया। गुरुवार को निरीक्षण के क्रम में जनपद न्यायाधीश ने महिला बैरक में निरुद्ध महिला बंदियों की विधिक समस्याओं को सुना। साथ ही जमानत, कानूनी सहायता सम्बन्धी आवश्यकताओं के लिए जेल अधीक्षक को उन बंदियों के प्रार्थना पत्र लेकर जिला विधिक सहायता प्राधिकरण के सहयोग से निवारण, महिलाओं व उनके साथ रह रहे बच्चों के खान-पान, कौशल प्रशिक्षण तथा परिसर की साफ सफाई बनाए रखने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देशित किया। उन्होंने जेल में कौशल प्रशिक्षण व शिक्षा को प्रोत्साहन दिए जाने के निर्देश दिए। पाकशाला में भोजन का निरीक्षण किया। जिला जज ने
निरीक्षण करते अधिकारीगण। |
कारागार की साफ सफाई प्रबंधन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने हाई सिक्योरिटी की सुरक्षा व्यवस्थाओं को देखा। साथ ही जेल अधीक्षक को सीसीटीवी के निरंतर संचालन तलाशी एवं सतर्कता के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जनपद न्यायाधीश ने कारागार के भीतर भजन कीर्तन कर रहे बंदियों को प्रोत्साहित किया तथा अध्यात्म के द्वारा विचार व कर्म में परिवर्तन लाकर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। जिला जज ने कारागार अस्पताल में बंदियों का हाल चाल जाना। साथ ही बीमार बंदियों के समुचित उपचार व मानसिक रूप से बीमार बंदियों के विशेष देखभाल के लिए चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षणकर्ता अधिकारियों ने जेल में शिव नादर फाऊंडेशन के सहयोग से चल रहे साक्षरता कार्यक्रम की सराहना की। साथ ही जिला जज व अन्य अधिकारियों द्वारा शिक्षा प्राप्त कर रहे 30 बंदियों को शिक्षण किट्स का वितरण भी किया। किट में काॅपी, पेन, पेंसिल के साथ पाठ्य पुस्तकें भी रखी गईं। इस मौके पर जेल अधीक्षक शशांक पांडेय, प्रभारी जेलर रजनीश सिंह, जेल चिकित्साधिकारी विकास सिंह, डिप्टी जेलर चितरंजन श्रीवास्तव, ब्रिज किशोरी आदि मौजूद रहे।
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