जनकल्याणकारी योजनाओं के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही गरीबों के प्रति संवेदनशीलता भी जरुरी: मण्डलायुक्त
देवेश प्रताप सिंह राठौड़
उत्तर प्रदेश झांसी कार्यदायी संस्थाओं को निर्माणाधीन परियोजनाओं का अपूर्ण कार्य शीध्र पूर्ण कराने के निर्देश
भोजला मण्डी में निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया, दिये निर्देश
झांसी: आज मण्डलायुक्त श्री बिमल कुमार दुबे की अध्यक्षता में समस्त कार्यदायी संस्थाओं द्वारा झांसी मण्डल के तीनों जनपदों झांसी, ललितपुर व जालौन में किये जा रहे 01 करोड़ से अधिक लागत के ऐसे निर्माणाधीन कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनकल्याणकारी योजनाओं के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही गरीबों के प्रति संवेदनशीलता भी जरुरी है। उन्होने कहा कि परियोजनाओं के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में रैनवाॅटर हार्वेटिंग सिस्टम अनिवार्य रुप से होना चाहिए। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि निर्माणाधीन परियोजनाओं के परिसर में छायादार पेड़ों को अनिवार्य रुप से लगाये जाये। उन्होने कहा कि शासन के निर्देशानुसार विभिन्न विभागों द्वारा सड़कों को गढ्ढामुक्त कार्य किये जा रहे हैं, उन कार्यों की सूची उपलब्ध करायें।
बैठक में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कोंच तथा मोंठ में एकेडेमिक ब्लाॅक एवं छात्रावास के भवन निर्माण, विशिष्ट मण्डी स्थल भोजला भरारी में दुकानों, सेफ्टिक टैंक, मैनहाॅल चैम्बर, रैनवाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, छायादार नीलामी चबूतरा, क्राॅसिंग आन्तरिक मार्गों का निर्माण, गढ़ियागांव में कान्हा गौशाला एवं बेसहारा पशु योजना के गौवंश आश्रय स्थल गौशाला का निर्माण, वृहद गौ-संरक्षण केन्द्र बंगरा, सामुदायिक विवाहघर, मेडीकल कालेज में 500 बेडिड चिकित्सालय का निर्माण, सेतुओं का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में मार्गों का चैड़ीकरण एवं सम्पर्क मार्गों का निर्माण, शहर में विभिन्न मार्गों पर फुटपाथ निर्माण व सौन्दर्यीकरण, एकलव्य माॅडल आवासीय विद्यालय ललितपुर के भवन निर्माण, बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में चाहर दीवारी का निर्माण कार्य, जालौन में सेतुओं का निर्माण सहित विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गयी, जिसमें से विभिन्न कार्य पूर्ण हो चुके है, शेष परियोजनाओं के अवशेष कार्यो को माह नवम्बर व दिसम्बर 2024 में पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
कार्यदायी संस्थाओं में उ0प्र0 पावर ट्रांसमिशन, यूपी प्रोजेक्ट, राजकीय निर्माण निगम, पर्यटन विकास निगम, आवास विकास परिषद, जल निगम शहरी एवं ग्रामीण, पुलिस आवास निगम, राज्य निर्माण श्रम एवं विकास, राज्य सेतु निगम, ग्रामीण अभियंत्रण, यूपीसिडिको, सीएण्डडीएस, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जल संसाधन विभागों के निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की गयी। बैठक के पश्चात मण्डलायुक्त ने विशिष्ट मण्डी स्थल भोजला भरारी में दुकानों, सेफ्टिक टैंक, मैनहाॅल चैम्बर, रैनवाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, छायादार नीलामी चबूतरा, क्राॅसिंग आन्तरिक मार्गों का निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होने उपस्थित व्यापारियों से उनकी समस्याओं को सुना और सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त श्री ऋषिमुनि उपाध्याय, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या विभाग श्री एस0एन0 त्रिपाठी, अधीक्षण अभिंयता लोक निर्माण विभाग, अधीक्षण अभियंता जल निगम ग्रामीण, अधीक्षण अभियंता सिंचाई, अधिशाषी अभियंता राजकीय निर्माण निगम सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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