खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद खान । गाज़ियाबाद के जिला जज के तानाशाही पूर्ण रवैये के कारण 29 तारीख़ को अधिवक्ताओ के साथ घटित घटना के विरोध में बार काउंसिल के आह्वान पर बीते चार नवंबर को खागा कचहरी के अधिवक्ता हड़ताल पर रहे फिर दूसरे दिन पांच नवंबर को भी अधिवक्ताओं ने ग़ाज़ियाबाद के अध्यक्ष के आह्वान पर हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया। हड़ताल पर रहते हुए मॉडल बार खागा के अध्यक्ष रामचंद्र श्रीवास्तव तथा पूर्व अध्यक्ष केशचंद्र मिश्रा व महिला अधिवक्ता नीतू जायसवाल ने सामूहिक रूप से बताया कि गाज़ियाबाद के जिला जज ने अधिवक्ताओ के साथ अपराधियों की तरह बर्ताव किया। तानाशाही के चलते उन्होंने पुलिस को बुलाकर
एसडीएम को ज्ञापन सौंपते खागा बार के अधिवक्ता। |
सरेआम अधिवक्ताओ को लठियो से पिटवाया जिसमे बहुत से अधिवक्ता घायल हुए है। इसमें पावर का दुरुप्रयोग कर उल्टा अधिवक्ताओ पर झूठा मुकदमा लिखवा दिया गया। मालूम हो कि इससे पूर्व बीते चार नवंबर को खागा मॉडल बार के सारे अधिवक्ताओ ने प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम खागा को सौंपा था जिसमे प्रमुख मांगे ये थी कि ग़ाज़ियाबाद के जिला जज के विरुद्ध वाद चला कर उन्हें बर्खास्त किया जाए, दोषी पुलिस कर्मियो के विरुद्ध मुकदमा चलाया जाए, पीड़ित अधिवक्ताओ को मुआवज़ा दिया जाए, अधिवक्ताओ पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लिए जाने जैसे मांगे की गई है। हड़ताल व विरोध प्रदर्शन में सैकडो अधिवक्ता उपस्थित रहे।
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