कानपुर, प्रदीप शर्मा - एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय वेण्डर डेवलपमेंट कार्यक्रम एवं एमएसएमई एक्सपो-2025 का मंगलवार को एमएसएमई-विकास कार्यालय कानपुर के प्रांगण में शुभारम्भ हुआ। जिसमें एक्सपो में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, विभागों, बैंकों, एमएसएमई इकाइयों ने 85 से अधिक स्टाल लगाकर अपने उत्पादों/सेवाओं का प्रदर्शन किया। एम.एस.एम.ई. विकास कार्यालय कानपुर के संयुक्त निदेशक विष्णु कुमार वर्मा ने कार्यक्रम में आए सभी व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने संस्थान की कार्य-विधि का विवरण एवं इस कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम से एम.एस.एम.ई. इकाइयों तथा सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के पारस्परिक
सहयोग से एक दूसरे की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। वृहद उद्योग स्थानीय स्तर पर सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों से प्रतियोगी दर पर उनके उत्पादों को क्रय कर सकेंगे। संयुक्त निदेशक ने भारत सरकार द्वारा लागू पब्लिक प्रोक्योरमेन्ट पॉलिसी के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि आने वाले समय में सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को अपनी कुल खरीद का 25 फीसदी सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों से खरीदना आवश्यक होगा। इस एमएसएमई एक्सपो में एचएएल, कानपुर, माडर्न रेल कोच फैक्ट्री, रायबरेली, एन. सी.आर., एलम्किो, कानपुर, बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक के स्टालों के अतिरिक्त 80 सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया।प्रदर्शनी में महिला उद्यमियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कल दिनॉक 19 फरवरी, 2025 को क्रेता-विक्रेता सम्मेलन व तकनीकी सत्रों के अलावा शिक्षित बेरोजगारों के लिए विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। ओईएफसी कानपुर के वर्क्स मैनेजर पुनीत शुक्ला ने कहा कि ओईएफसी द्वारा एमएसएमई से क्रय किये जाने वाले वस्तुओं का 40 प्रतिशत है जो सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य से कहीं अधिक है। हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के उप महाप्रबंधक कानपुर सुरेश चन्द्र मीणा ने कहा कि भारत सरकार एमएसएमई को डेवलप करने का काम कर रही है। वैज्ञानिक, सीएसआईआर, सीमैप, लखनऊ आर.के. श्रीवास्तव ने कहा कि सीमैप द्वारा क्रय और विक्रय दोनों ही एमएसएमई उद्यमियों से किये जाते हैं जो निर्धारित लक्ष्य से कहीं ज्यादा है। पावरग्रिड कार्पाेरेशन, लखनऊ के महाप्रबंधक जगविजय सिंह ने कहा कि पावरग्रिड में जितने भी क्रय किये जाते हैं उनमें से एमएसएमई इकाई को उचित प्रतिनिधित्व अर्थात 25 प्रतिशत की खरीददारी एमएसएमई इकाई से ही की जाती है।एफएफडीसी, कानपुर के सहायक निदेशक डॉ.भक्ति विजय शुक्ला ने कहा कि सुगन्ध एवं सुरस विकास केंद्र वह संस्थान है जो किसानो को उद्यमी बनाता है।कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक अविनाश कुमार अपूर्व द्वारा किया गया। उद्द्घाटन कार्यक्रम के समापन के उपरान्त सहायक निदेशक एमएसएमई विकास कार्यालय, एस.के. पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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