भागवत कथा का पांचवा दिन
चित्रकूट ब्यूरो, सुखेन्द्र अग्रहरि : श्रीमद्भागवत के दशम स्कन्ध के पांच अध्याय भगवान के पंच प्राण कहे जाते है। इनमें भगवान की मधुरतम बाल लीलाओं का वर्णन है। यह विचार जिला मुख्यालय स्थित कमल निवास में चल रही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के पांचवें दिन कथा व्यास डॉ बृजेश कुमार पयासी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान की बाल लीलाएं दिव्य है, किंतु बाह्य दृष्टि से वात्सल्य रसपूर्ण दिखने के कारण इनसे ब्रम्हा को भी भ्रम उत्पन्न हो जाता है। इसके चलते पढ़न या श्रवण के पूर्व भागवत के वास्तविक स्वरूप के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर लेना आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की अपनी ही शक्ति का प्रदर्शन माखन चोरी लीला और गोपियों के साथ चिद्विलास लीला है। आनंद ही आस्वादन की सामग्री है। आनंद जीव के लिए भाव वस्तु है, किंतु भगवान की योग माया उन्हें मूर्तिमान होकर अनंत लीला वैचित्री का आस्वादन कराती है। यह लीला दिव्य गोकुलधाम में निरंतर होती रहती है। जीवों के चिरकल्याण का पथ प्रदर्शन करने के लिए स्वधाम सहित भूमंडल पर भी प्रकट होती है। भगवान की मधुर लीलाओं का अंत नहीं है। सबको वश में रखने वाले भगवान श्रीकृष्ण सर्वथा स्तुति करने योग्य है। वे एक होकर भी बहुत रूपों में प्रकाशित है। उन्हें भजने वाले धैर्यवान भक्तों को सनातनी
सिद्धी मिलती है। इस दौरान कालिया नाग मर्दन, गोवर्धन लीला, छप्पन भोग के साथ गोवर्धन पूजा का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इस मौके पर कथा श्रोता सोमा शुक्ला, आचार्यी आश्रम के युवराज बद्रीप्रपन्नाचार्य, पूर्व विधायक आनंद शुक्ला, पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा, चायल के पूर्व विधायक संजय गुप्ता, चित्रकूट कर्वी नगर पालिका अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता, पहाड़ी ब्लाक प्रमुख सुशील द्विवेदी, बसपा नेता मयंक द्विवेदी, चित्रकूट इंटर कॉलिज के प्रधानाचार्य रणवीर सिंह चौहान, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन, श्यामसुंदर मिश्र, अतुल प्रताप सिंह, भाजपा जिला महामंत्री अश्वनी अवस्थी, भाजपा नेता मनीष शुक्ला, भाजपा जिलामंत्री मनोज तिवारी, समाजसेवी अर्चन द्विवेदी, देवेन्द्र त्रिपाठी, सतीश तिवारी, विजय मिश्र, आदर्श मिश्र, अत्रिमुनी शुक्ला, नवल सिंह चंदेल, अमन सिंह पटेल, पुष्पराज सिंह, शिवाकांत बलुआ, बराती लाल पाण्डेय, आनंद पाण्डेय, अखिलेश पाण्डेय आदि मौजूद रहे।
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