कानपुर, प्रदीप शर्मा - चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर कानपुर देहात में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत सोमवार को शिक्षित बेरोजगारों के लिए पांच दिवसीय रोजगारपरक बकरी पालन विषय पर प्रशिक्षण आरंभ हुआ। जिसमें स्नातक स्तर से लेकर आठवीं पास तक के कुल 25 प्रतिभागी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण के कोऑर्डिनेटर पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर शशिकांत में बताया कि सीमांत एवं लघु किसानों के अलावा शिक्षित बेरोजगारों के लिए बकरी पालन कम लागत में अधिक
आमदनी का मुख्य धंधा है। उन्होंने बताया कि बकरी एक ए टी एम की तरह है जब चाहे तब इसको अच्छे दामों में कभी भी बेच सकते हैं तथा इससे कभी भी किसी समय दूध निकाल कर उपयोग कर सकते हैं l केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.खलील खान ने बताया कि हम साधारण खानपान में इसको पा सकते हैं। डॉ.अरुण सिंह ने बताया कि बकरी का दूध नवजात बच्चों के लिए दवा का कार्य करता है जो आसानी से पच जाता है प्रशिक्षण में आई महिलाओ का कहना है कि इस प्रशिक्षण से हम लोग बकरी पालन का व्यवसाय करके अपने घर को अच्छे से चला सकते हैं।
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