चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने 25 फरवरी को जिला कारागार का निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया। अध्यक्ष/जिला जज राकेश कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में सचिव/अपर जिला जज श्रीमती नीलू मैनवाल ने जेल का दौरा कर युवा व वरिष्ठ बंदियों से संवाद किया तथा उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी। निरीक्षण में बैरक संख्या 21 में 18 से 21 वर्ष के युवा बंदियों से विशेष बातचीत की गई। उन्हें प्रेरित किया गया कि जेल में रहते हुए शिक्षा व कौशल विकास पर ध्यान दें, जिससे रिहाई के बाद समाज में एक नई पहचान बना सकें। बंदियों को आश्वासन दिया कि किसी भी समस्या के समाधान को पराविधिक स्वयंसेवकों या जेल अधीक्षक
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जिला कारागार में जिला जज राकेश कुमार त्रिपाठी |
के माध्यम से विधिक सेवा प्राधिकरण से संपर्क कर करें। साथ ही 70 वर्ष से अधिक उम्र के बंदियों की समस्याओं को जाना गया व उनकी शीघ्र रिहाई के प्रयासों पर जोर दिया गया। जिन बंदियों के पास वकील नहीं हैं, उन्हें लीगल एड क्लीनिक से निशुल्क विधिक सहायता दिलाने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई। निरीक्षण में जेल अस्पताल का दौरा कर बीमार बंदियों की देखभाल की समीक्षा की गई। मानसिक रूप से अस्वस्थ कैदियों को विशेष उपचार व देखभाल के निर्देश दिए गए। जेल की पाकशाला की जांच कर यह सुनिश्चित किया गया कि बंदियों को पोषक व स्वच्छ भोजन उपलब्ध हो। इस मौके पर जिला न्यायिक अधिकारी, जेल अधीक्षक व मौजूद रहे।
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