अधिकारीे पर कार्रवाई की मांग
बदसलूकी के बाद घिरा प्रशासन
गालियां और एफआईआर की धमकी
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । सतना जिले में नगर परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी अंकित सोनी द्वारा समाजसेवी अर्जुन पांडे के साथ की गई कथित अभद्रता ने पूरे जिले का माहौल गरमा दिया है। क्षेत्र के विकास से जुड़े सवालों का जवाब मांगने गए युवा समाजसेवी को जिस तरह गाली-गलौज, बदसलूकी और एफआईआर की धमकी दी गई- उसने प्रशासनिक आचरण पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। समाजसेवी अर्जुन पांडे ने थाना प्रभारी चित्रकूट सतना को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि 11 नवंबर को नगर परिषद कार्यालय पहुंचकर जैसे ही उन्होंने विकास कार्यों और नगर की अव्यवस्था पर मुख्य नगर परिषद अधिकारी से सवाल पूछा, तो उनके सामने अध्यक्ष व
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| पीडित समाजसेवी अर्जुन पाण्डेय |
पार्षद बैठे होने के बावजूद अधिकारी आपा खो बैठे और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए एफआईआर में फंसाने की धमकी देने लगे। अर्जुन पांडे ने इस व्यवहार को जनता की आवाज का अपमान बताते हुए स्पष्ट कहा कि यह सिर्फ मेरा नहीं, हर नागरिक के अधिकारों पर हमला है। लोकतंत्र सवालों पर चलता है, डराने की भाषा पर नहीं। घटना के बाद चित्रकूट के सैकड़ों युवा, समाजसेवी और नागरिक उनके समर्थन में एकजुट हो गए। युवाओं ने साफ कहा कि अधिकारी जनता के नौकर हैं, मालिक नहीं। किसी समाजसेवी या आम नागरिक को धमकाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय नागरिकों और गवाहों के अनुसार नगर परिषद अधिकारी का रवैया अधिकारवादी, असंवेदनशील और जनप्रतिनिधि तंत्र की गरिमा के विपरीत था। मौके पर मौजूद युवाओं ने वीडियो और बयान भी दिए हैं। अब बड़ा सवाल है क्या प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करेगा, या फिर सवाल पूछना ही अपराध बना दिया जाएगा? कामतानाथ की पावन धरती पर जनता की मांग एक ही है- अहंकार नहीं, न्याय की जीत हो।
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