मरीज के दोनो पैर करने लगे काम, रखने लगा कदम
बांदा, के एस दुबे । विकलांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए परेशान मनोज के सफल आपरेशन के बारे में डाक्टर अरविंद कुमार झा ने बताया कि मनोज के स्पाइनल कार्ड (रीढ़ की मोटी नस) में गांठ थी जिसकी वजह से मनोज के दोनों पैर काम नहीं कर रहे थे। आपरेशन करके वो गांठ निकाल दी गई है, जिससे अब वो ठीक है और चलने योग हो गया है। डाक्टर अरविंद कुमार झा ने इस आपरेशन के अलावा पिछले हफ्ते किये गए दो आपरेशन के बारे में बताया कि उन्होंने पिछले हफ्ते ही इसी तरह संतु (70) पुत्र रामाधीर निवासी पैगंबरपुर गिरवां जिनके लंग्स में कैंसर
आपरेशन के बाद मरीज का हाल जानते चिकित्सक |
है, ये कैंसर रीढ़ की हड्डी तक फैल गया था। उसकी रीढ़ की हड्डी का आपरेशन करके कैंसर निकाल दिया है और अब संतू ठीक है। चुनूबाद (52) पुत्र दुर्गा प्रसाद निवासी निवादा का भी रीढ़ की हड्डी का सफल आपरेशन किया है। चुनूबाद इससे पहले ग्वालियर में अपना आपरेशन करा चुके थे, लेकिन उन्हें दोबारा दिक्कत हो गई थी, जिसका सफल आपरेशन कर दिया गया है। इन तीनो आपरेशन के बारे में डाक्टर अरविंद ने बताया कि अगर ये आपरेशन कहीं प्राइवेट अस्पतालों में होते तो मनोज के आपरेशन में दो से ढाई लाख, चुनूबाद और संतू के आपरेशन में डेढ़ से दो लाख खर्च हो जाते। जबकि ये तीनो आपरेशन मेडिकल कालेज सरकारी यूजर चार्ज पर ही हो गए हैं।
No comments:
Post a Comment