जिला अस्पताल व निजी डॉक्टरों के पास उमड़ रही भीड़
फतेहपुर, मो. शमशाद । हल्की बरसात के बाद उमस भरे माहौल में संक्रामक बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। सितंबर माह की शुरुआती दिनों में ठीक ठाक बरसात होने के बाद जहाँ उमस व गर्मी से लोगो को राहत मिल गयी थी। मौसम से हटकर होने वाली बारिश से संक्रामक बीमारियों ने सर उठाना शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त मरीज़ों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रतिदिन ओपीडी में मरीज़ों को दिखाने के लिये पंजीकरण की लंबी लाइनें देखी जा सकती है। इसके अलावा डॉक्टरों के चेम्बरो के बाहर भारी भीड़ नज़र आती है। जिला चिकित्सालय आने वाले मरीज़ों में आंखों से संबंधित रोग कंजक्टिवाइटिस, उल्टी दस्त, डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर आदि के मरीज़ बड़ी संख्या में पहुँच रहे है। इसके अलावा खाँसी जुखाम के साथ तेज़ सर दर्द जैसी बीमारियों से संक्रमित लोगो की संख्या भी बढ़ रही है। जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों के अलावा निजी चिकित्सकों के पास भी मरीज़ों की भीड़ देखी जा सकती है।
जिला चिकित्सालय की ओपीडी में लगी मरीजों की भीड़।
डेंगू के बढ़ रहे मरीज़ों ने उड़ाई नींद
संक्रामक बीमारियों से ग्रसित मरीज़ों में सबसे अधिक डेंगू के रोगियों में हो रही बढ़ोत्तरी ने स्वास्थ्य महकमें की नींद उड़ा दी है। जनपद के विभिन्न ब्लाकों में दो दर्जन से अधिक मरीज़ों की संख्या मिलने से स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है। गाँवो व कस्बो में जगह-जगह जलभराव रोकने व डेंगू जनित मच्छरों को रोकने के कारगर उपाय नहीं किये जाना अब लोगो पर भारी पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ये लापरवाही लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है।
जिला अस्पताल में 24 घंटे डेंगू की जांच
डेंगू रोगियों की बढ़ती सँख्या को देखते हुए स्वास्थय महकमा सक्रिय नज़र आ रहा है। दूर दराज के गंगा व यमुना कटरी के ग़ांव से लेकर गांवो व मजरों व कस्बो तक रोगियों की मिलने व बीमारी फैलने की दशा में होने वाली समस्याओ एव आशंका को लेकर जिला अस्पताल में डेंगू की 24 घण्टे जांच की सुविधा शुरू की गई है। आमौली, बकेवर, जहानाबाद समेत कई गांवों में तेज़ी से मरीज़ों के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।
कई मौतों के बाद एलर्ट मोड में विभाग
लगातार संक्रामक रोगियों की संख्या बढ़ने और मौतों के बाद स्वास्थ्य महकमा एलर्ट नज़र आ रहा है। अमौली ब्लाक में बुखार से तीन से अधिक लोगों की मौत तक हो चुकी है। वहीं बकेवर में भी बुखार से कई लोग दम तोड़ चुके हैं।
बड़े अभियान की ज़रूरत
डेंगू जनित रोगियों की पहचान के लिये घर घर जांच अभियान चलाए जाने के साथ ही इलाज के लिए गांवो मे मेडिकल टीम भेजने के अलावा एंटी लार्वा का छिड़काव, गांवो में लोगो को मच्छर के प्रकोप से बचने एव डेंगू के प्राथमिक लक्षण मिलने पर तुरंत चिकित्सको से सम्पर्क कर इलाज शुरू कराये जाने के लिए जागरूक किया जाने का अभियान शुरू करने की ज़रूरत है। इन अभियानों से न केवल मरीज़ों को समय से इलाज मिल सकेगा बल्कि असमय होने वाली मौतों को रोकथाम में भी मदद मिल सकेगी।
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