छह महीने से मंडल कारागार में निरुद्ध था अनुदेशक
जेल प्रशासन के मुताबिक हार्ट अटैक से हुई मौत
बांदा, के एस दुबे । मंडल कारागार में छह महीने से निरुद्ध अनुदेशक बंदी की अचानक हालत खराब हो गई। उसको जेल के अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया। वहां पर उपचार के दौरान उसकी हालत और बिगड़ने लगी। इस पर जेल अधिकारियों ने उसे तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया। उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। चिकित्सकों ने भी जिला अस्पताल पहुंचने पर बंदी को मृत घोषित कर दिया। मृतक परिजनों ने जेल प्रशासन पर
मृतक बंदी अजीत (फाइल फोटो) |
बंदी के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। जबकि जेल अधिकारियों का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने से बंदी की मौत हुई है। शहर के परशुराम तालाब मुहल्ला निवासी अजीत (46) पुत्र वासदेव मार्च महीने से मंडल कारागार में निरुद्ध था। उस पर छेड़खानी और पाक्सो के तहत कार्रवाई हुई थी। बताते हैं कि रविवार की सुबह उसकी हालत बिगड़ी तो जेल प्रशासन को बंदी रक्षकों के द्वारा अवगत कराया गया। बंदी रक्षकों की सूचना पर
जिला अस्पताल में रोती-बिलखती मृतक की पत्नी और खड़े उसके बच्चे |
तत्काल बंदी को कारागार के अस्पताल में ले जाकर उसका उपचार किया गया। लेकिन हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ गई। तत्काल जेल प्रशासन ने बंदी को जिला अस्पताल भिजवाया, वहां पर देखने के बाद डाक्टर ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। परिवार के लोगों को जब बेटे की मौत की खबर मिली तो कोहराम मच गया। मृतक के पिता ने बताया कि अजीत बिसंडा थाना क्षेत्र के भुराने पुरवा प्राथमिक विद्यालय में अनुदेशक के पद पर तैनात था। उसे कोई बीमारी नहीं थी। उसने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने अजीत को मारपीट कर मौत
जिला अस्पताल में बेटे के बारे में जानकारी देते मृतक के माता-पिता व अन्य |
के घाट उतार दिया। इस संबंध में वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि हार्ट अटैक से बंदी की मौत हुई है। जबकि मृतक के पिता ने जिलाधिकारी से मामले की शिकायत करते हुए कहा है कि बेटे के साथ जेल में मारपीट की गई, इस मामले की जांच कराई जाए।
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