कानपुर, प्रदीप शर्मा - चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय के लाल बहादुर शास्त्री सभागार कक्ष में दो दिवसीय कृषि विज्ञान केंद्रों के उद्यान, पादप रोग एवं गृह वैज्ञानिकों के लिए सोमवार को प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर निदेशक शोध डॉ.पी.के.सिंह ने नवीन कृषि तकनीकियों तथा जलवायु परिवर्तन के अनुकूल प्रजातियों के प्रयोग की सलाह दी।आईसीएआर अटारी कानपुर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.राघवेंद्र सिंह द्वारा संरक्षित खेती तथा पाली हाउस में सब्जियों की खेती के लाभ तथा सावधानियां विषय पर जानकारी दी गई। अटारी की वैज्ञानिक डॉक्टर सीमा यादव ने दुग्ध मूल्य संवर्धन पदार्थों के निर्माण तथा कृषक महिलाओं को रोजगार से
जोड़ने संबंधी जानकारी दी। निदेशक प्रसार डॉक्टर आर.के.यादव ने कृषि विज्ञान केंद्रों के कार्य तथा लघु एवं सीमांत कृषकों तक तकनीकी को प्रभावी ढंग से पहुंचाने पर जोर दिया। प्राध्यापक एवं अध्यक्ष मृदा विज्ञान डॉ.अनिल सचान द्वारा संबंधित उर्वरकों के प्रबंधन तथा मृदा स्वास्थ्य के बारे में वैज्ञानिक जानकारी दी गई। सहायक प्राध्यापक डॉ.संजीव कुमार ने सब्जियों के उत्पादन तकनीक, जल प्रबंधन एवं खरपतवार प्रबंधन की जानकारी दी। इस अवसर पर डॉक्टर पी.के.राठी, डॉ.एस.एल.वर्मा सहित कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक मौजूद रहे।
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