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Tuesday, May 7, 2024

पछुआ के थपेड़ों से लोग झुलसे, पुरवाई ने बढ़ाई उमस

आसमान में सुबह बादल आने पर भी लोगों को राहत नहीं

शहर में मंगलवार को गर्मी के रौद्र रूप से लोग बेहाल दिखे

फतेहपुर, मो. शमशाद । गर्मी अब रौद्र रूप दिखाने लगी है। एक दिन पूर्व सोमवार को सूरज ढलने के बाद भी उसकी आंच बरकरार रही। शाम छह बजे के बाद भी पछुवा हवा के गर्म थपेड़े चेहरे को झुलसा रहे थे। पुरवा हवा के कारण उमस बढ़ गई है। इससे लोगों को बेचौनी महसूस हुई। हालांकि मंगलवार को सुबह से एक बार फिर मौसम ने करवट ली और बादलों के साथ चली हवा में नमी रही। जिससे सुबह लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। सोमवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिनभर पछुआ हवा चलती रही। लू से लोग परेशान रहे। रात में अचानक हवा का रुख बदल गया। वातावरण में पछुआ की जगह पुरवा हवा ने ले ली। इससे उमस बढ़ गई। मंगलवार सुबह से ही बादल नजर आए और हवा में कुछ नहीं रही। दिन चढ़ते ही सूरज की तल्खी बढ़ती गई। दोपहर 12 बजते-बजते धूप तेज हो गई। सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। बाहर ऐसा लगा कि मानो आसमान से आग बरस रही हो। पछुआ हवा चलने के कारण लू का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं था। तापमान भी मंगलवार 42 डिग्री पर पहुंच गया। पछुआ हवा चलने के कारण वातावरण में उमस बढ़ गई। धूप इस कदर थी कि दोपहर एक बजे तक शहर के मुख्य बाजारों एवं चौराहों में सन्नाटा पसरा रहा। बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे थे। ग्रामीण इलाकों से काम के लिए शहर में आए लोग प्यास से बेहाल नजर आए। वे जगह-जगह पानी खरीदकर प्यास बुझाते नजर आए। 

धूप की तपिश से बच्चों को छाता लगाकर बचाती महिला।

हवा के रुख बदलने पर चढ़ेगा तापमान

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पुरवा हवा का रुख बदलने के बाद फिर तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी। पुरवा हवा चलने पर तापमान कम होता है, लेकिन उमस बढ़ जाती है। जिससे लोगों को बेचौनी महसूस होती है। कृषि विज्ञान केंद्र थरियांव के मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि पुरवा के चलते मौसम में उमस बढ़ गई है। आंधी चल सकती है। एक-दो दिन बाद पछुआ हवा चलने पर फिर तापमान तेजी से बढ़ेगा।

प्याऊ की व्यवस्था नहीं

गर्मी चरम पर पहुंच गई है। बाहर आने-जाने वाले लोग गला तर करने के लिए दुकानों से पानी के पाउच और बोतलें खरीद रहे हैं, लेकिन पालिका ने नगर में एक भी जगह पर प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की है। इससे लोगों को खासी दिक्कत हो रही है।

हैंडपंप खराब, पानी पीने को तरस रहे राहगीर

गर्मी अपने शबाब पर पहुंच रही है। पानी की जरूरत बढ़ गई है। ऐसे में नगर के मेन बाजारों में कई जगहों पर हैंडपंप खराब पड़े हैं। इससे राहगीरों के साथ दुकानदारों को भी जद्दोजहद करनी पड़ती है।

गड्ढों में भरे पानी से प्यास बुझा रहे मवेशी

गर्मी दिनों दिन बढ़ रही है पर प्रशासन ने अब तक गांव क्षेत्रों में तालाब और पोखरों को भरने के इंतजाम नहीं कराए हैं। कई ऐसे गांव हैं, जहां पर सूखे तालाब और पोखरों में पानी भी न होने से पशु पक्षियों को भीषण गर्मी ने बेहाल कर दिया है।


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