डीएम से मिलकर सीएचओ का प्रतिनिधि मंडल बताएगा पीड़ा
फतेहपुर, मो. शमशाद । बहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी और हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टरों के सीएचओ के बीच उगाही को लेकर अब पूरी तरह से जंग छिड़ गयी है। दोनों अपने-अपने को दूध का धुला बता रहे हैं। देखना यह है कि जिले के अधिकारी मामले को संज्ञान लेकर क्या कार्रवाई करते हैं? उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ शैलेन्द्र गौतम द्वारा निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टरों के सीएचओ के बीच आरोप प्रत्यारोप की जंग छिड़ गयी है। प्रभारी चिकित्साधिकारी जहां विभिन्न कमियों के साथ 10-10 व 20-20 दिन की अनुपस्थित दिखाकर 12 सीएचओ का वेतन अवरूद्ध कर दिया है। वहीं पीड़ित
बहुआ सीएचसी। |
सीएचओ का आरोप है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी की खाऊ-कमाऊ नीति के चलते ही निरीक्षण के जरिये उनको निरंकुश व लापरवाह साबित करने की नाकाम कोशिश की जा रही है। पीड़ितों का कहना रहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी की प्रवृत्ति में उगाही कुछ इस तरह से शामिल हो गयी है कि डिमांड पर डिमांड बढ़ती जा रही है। मांग पूरी न करने पर फर्जी तरीके से निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित दिखाकर कार्रवाई की जद में लाया जा रहा है। जो उनके साथ सरासर बेईमानी है। इस फर्जी आरोप और कार्रवाई को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभी सीएचओ का कहना है कि उनका एक प्रतिनिधि मण्डल जिलाधिकारी से मिलकर अपनी पीड़ा बतायेंगे। ताकि निष्पक्ष जांच के साथ उन्हें न्याय मिल सके और भ्रष्ट प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ शैलन्द्र गौतम के खिलाफ कार्रवाई हो सके। जिससे कि वह उगाही के चक्कर में दोबारा किन्हीं अधिनस्थ कर्मचारियों का आर्थिक और मानसिक उत्पीड़न न कर सकें।
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