विजयीपुर/फतेहपुर, मो. शमशाद । विजयीपुर विकास खंड में बहुत से गांव ऐसे हैं जो आज भी आजादी से लगाकर अब तक असुविधाओं के दंश झेल रहे हैं। ऐसा ही क्षेत्र का एक गांव ग्राम पंचायत गढ़ा का चतुरपुर है। जहां आजादी से आज तक सरकार का उजियारा गरीब परिवारों तक नहीं पहुंच सका है और आज भी वहां के लोग अंधेरे में रह रहे हैं। गढ़ा ग्राम पंचायत में एक बड़ी जनसंख्या है लेकिन इस ग्राम पंचायत का एक गांव चतुरपुर है। जहां आजादी से आज तक विद्युत विभाग द्वारा उजियारा नहीं हो सका है। ज्ञात हो कि बसपा शासनकाल में जनपद में सांसद रहे महेंद्र निषाद की पहल पर इस गांव में विद्युतीकरण हुआ था।
गांव में लगे खंभों का दृश्य। |
जिसमें रिलायंस कंपनी ने टेंडर लिया था। गांव में विद्युतीकरण हो गया ट्रांसफर्मर भी लग गया लेकिन इसके बाद कई दशक बीत जाने के बावजूद भी न तो उन खंभों पर कनेक्शन हुआ और न ही आज तक गांव में बल्ब का उजियारा ग्रामीणों ने देखा। बात यहीं पर नहीं खत्म होती कागजी अभिलेख में गांव में बराबर बिजली दी जा रही है। ग्रामीणों के घरों में बराबर विद्युत विभाग द्वारा बिजली का बिल भी आ रहा था जिसे देखकर गांव के लोग हैरान हो रहे हैं हालांकि कई बार ग्रामीणों ने नजदीकी उपकेंद्र किशनपुर में लिखित शिकायत भी की और कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल द्वारा आईजीआरएस में भी शिकायत की गई लेकिन आज तक ग्रामीणों को संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिला है और सभी ने मामले से पल्ला झाड़ा है। ज्ञात हो कि यमुना ही चल रहा है। कटरी क्षेत्र का यह गांव निषाद समाज का है। जहां हमेशा चुनाव के दरमियान तमाम नेता जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को अपना हितैषी मानकर चुनावी दावे करते हैं और ग्रामीणों की हर समस्या का समाधान करने का दावा करते हैं। ग्रामीण देवलाल निषाद, उदयभान निषाद, सुखलाल निषाद, अशोक निषाद, राकेश निषाद, छोटू निषाद, चंद्र नरेश सहित ग्रामवासियों ने योजनाएं को कोसा लेकिन चुनाव होने के बाद ग्रामीणों को फिर उसी हाल में रहना पड़ता है।
No comments:
Post a Comment