चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । उप कृषि निदेशक राजकुमार ने बताया कि भारत सरकार की परियोजना एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फाॅर एग्रीकल्चर) के तहत आठ जुलाई से सभी गांवों में कैम्प लगाकर भूमिधर किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जायेगी। फार्मर रजिस्ट्री बाद किसानों को गोल्डेन कार्ड दिये जायेंगे। किसानों को आधार लिंक, मोबाइल नम्बर, खतौनी की छायाप्रति, आधारकार्ड कैम्प में लेकर आना होगा। शनिवार को उपकृषि निदेशक राजकुमार ने बताया कि कैम्प से पहले जिन किसान भाइयों का मोबाइक नम्बर आधार से लिंक नहीं है, वे किसान नजदीकी आधार सेन्टर/जनसेवा केन्द्र में मोबाइल नम्बर आधार से लिंक करायें, ताकि किसानों के गोल्डन कार्ड बनाने में समस्या न हो। फार्मर रजिस्ट्री गोल्डेन कार्ड से किसानों को पीएम किसान योजना की 19वीं किश्त लेना, किसानों को फसली ऋण को किसान क्रेडिट कार्ड लेने में सुगमता, फसल बीमा लाभ लेने में सुगमता, आपदा
उप कृषि निदेशक राजकुमार। |
प्रबन्धन के तहत किसानों को क्षतिपूर्ति को चिन्हांकन में सुगमता, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में किसानों के पंजीकरण में सुगमता, किसानों को विभिन्न योजनाओं आंकड़ो के आधार पर योजनाओं का लाभ, वितरण में सुगमता होगी। लाभार्थी के बार-बार सत्यापन की जरूरत नहीं होगी। किसानों को समय से वांछित परामर्श मिल सकेगा। उन्होंने जिले के सभी किसानों से कहा कि वे अपने गांव में लगने वाले कैम्प में हाजिर होकर अनिवार्य रूप से फार्मर रजिस्ट्री गोल्डेन कार्ड बनवायें। आगामी पीएम किसान की 19वीं किश्त उन्हीं किसानों को मिलेगी, जिनका फार्मर रजिस्ट्री गोल्डन कार्ड बना होगा। कैम्प से पहले नजदीकी आधार सेन्टर/जनसेवा केन्द्र में मोबाइल नम्बर आधार से लिंक करा लें।
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