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Tuesday, August 6, 2024

खतरे के निशान से ऊपर बह रही केन, मचल रही यमुना

केन नदी का जल स्तर 105 पर स्थित, जलराशि बढ़ने की आशंका

यमुना नदी का जल स्तर पर 93 सेंटमीटर को कर गया पार

डीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश, बाढ़ प्रभावितों को उपलब्ध कराएं सुविधा

बांदा, के एस दुबे । खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही केन नदी का जल स्तर मंगलवार को पूरा दिन स्थिर रहा। हालांकि रात में जल स्तर बढ़ने की आशंका केंद्रीय जल आयेाग ने जताई है। इधर यमुना नदी भी खतरे की निशान की ओर बढ़ रही है। उसका जल स्तर 93 सेंटीमीटर मापा गया। केन और यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने से जनपद के तमाम गांवों में पानी घुस गया है। दर्जनों गांव और सैकड़ों मजरों के लोग पानी से घिर गए हैं। सभी नाव के जरिए या फिर पानी से हिलकर सुरक्षित स्थानों की ओर पहुंच रहे हैं। जिलाधिकारी नगेंद्र प्रताप ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी भी दशा में ग्रामीणों को दिक्कत न होने पाए। उन्हें सुरक्षित स्थानो तक पहुंचाते हुए राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए। बाढ़ की वजह से जनपद के तमाम गावों का संपर्क भी जनपद से टूट गया है। पैलानी में राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।

पैलानी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण करते राज्यमंत्री रामकेश निषाद

केन नदी का जल स्तर बढ़ने से भूरागढ़ इलाके की बस्ती नदी की तरफ से पानी से घिर गए हैं। जल स्तर और बढ़ने की आशंका को ध्यान में रखते हुए लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। इधर, पैलानी तहसील अंतर्गत नरी पलरा मार्ग, सिंधन कला मार्ग के ऊपर केन नदी का पानी बढ़ जाने की वजह से आवागमन ठप हो गया है। वही इन गांवों के बीच रास्ता बंद हो जाने पर करीब 15 किलोमीटर अतिरिक्त चलकर पैलानी तहसील पहुंचकर अपने कामकाज निपटाते हैं। वहीं इन रपटों के चलते सिधनकलां, अदरी, बसधरी, लसड़ा, सिंधन कला के मजरा आदि जगह के
केन नदी में हिलोरे मारता पानी।

लोग बाढ़ के चलते घरों में कैद हो गए हैं। वहीं तहसील प्रशासन लगातार नाव की व्यवस्था करने के साथ-साथ लाइफ जैकेट वह अन्य उपकरण की व्यवस्था नाव में कराकर आवागमन करने वाले लोगों की जिंदगी को बचाने को लेकर कार्य कर रहा है। मंगलवार सुबह से ही एसडीएम पैलानी शशि भूषण मिश्रा तहसीलदार पैलानी विकास पांडे ने तहसील क्षेत्र अंतर्गत संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण कर वहां पर लेखपालों को मौजूद रहने के साथ-साथ थाना अध्यक्ष पैलानी आनंद कुमार को पुलिस पिकेट की व्यवस्था किए जाने को लेकर सख्त
केन किनारे बसे गांवों के अंदर तक पहुंचा बाढ़ का पानी

निर्देश दिया है। मालुम हो कि इस समय के नदी का पानी धीरे-धीरे गांव की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते वर्ष 2022 जैसी बाढ़ की फिर दोहरा सकती है। वहीं जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद के अनुसार द्वारा पैलानी के सिंधन कला के तुर्री नाला मार्ग, नदादेव मार्ग का निरीक्षण कर ग्रामीणों से जानकारी ली और अधिकारियों को बाढ़ की व्यवस्था पर अलर्ट मोड पर रहने को लेकर निर्देश दिया। इधर, पैलानी में मगलवार शाम चार बजे तक केन नदी का जल स्तर 98.89 मीटर था। बता दें की लगातार बढ़ रही केन नदी के जल स्तर से दर्जनों गांवों का संपर्क
नाव के जरिए सुरक्षित स्थानों की ओर जाते ग्रामीण

टूट जाने की वजह से लोगों को जिला मुख्यालय तथा पैलानी तहसील पहुंचने में लंबी दूरी का सामना करना पड़ रहा है। पैलानी से नरी होते हुए पलरा मार्ग जो आठ किलोमीटर पड़ता है, नरी गांव के नीचे बाढ़ का पानी भर जाने की वजह से छोटे-छोटे बच्चे बिना सुरक्षा व्यवस्था के तथा बिना बेरी कटिंग के नहाते हुए नजर आए। एसडीएम पैलानी शशि भूषण मिश्रा ने पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया है।


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