संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालन के लिए आयोजित हुई बैठक
बांदा, के एस दुबे । डीएम नगेंद्र प्रताप की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित करने संबंधी बैठक विभागीय अधिकारियों के साथ आयोजित हुई। इसमें जिलाधिकारी ने समस्त सभी अंतर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए की संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किए जाने के लिए 27 सितंबर तक माइक्रोप्लान तैयार कर प्रत्येक दशा में उपलब्ध कराये। उन्होंने आकाक्षीय विकास खण्ड में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने 24 से 27 सितंबर तक ब्लॉक स्तर पर नोडल अध्यापकों का संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने 26 से 27 सितंबर तक ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायकों एवं ग्राम विकास अधिकारियों की, खंड विकास अधिकारी के नेतृत्व में संवेदीकरण कार्यशाला को आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए की 11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक दस्तक अभियान चलाया जाये, उन्होंनेे निर्देश दिये हैं कि दस्तक अभियान के तहत आशा एवं आंगनबाडी कार्यकत्री प्रत्येक घर पर क्षय रोग के अन्य बीमारियों से सम्भावित रोगियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त करेंगी। इसी के साथ ही कार्यकर्त्री जनपद में प्रत्येक घर पर कुष्ठरोग तथा फाइलेरिया एवं कालाजार रोगों सेे प्रभावित लक्षणों वाले किसी व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर सम्पूर्ण विवरण ई-कवच पोर्टल पर डिजिटल अपलोड करेंगी। उन्होंने कहा कि जनपद में सघन वेक्टर नियंत्रण तथा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता रखना आवश्यक है। मलेरिया विभाग एवं जिला पंचायत राज विभाग द्वारा क्षेत्रवार योजना के अनुसार मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण हेतु दवा का छिडकॉव व अन्य आवश्यक कार्य सम्पादित करें।
बैठक को संबोधित करते डीएम नगेंद्र प्रताप |
उन्होंने कहा कि जिन घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो अथवा मच्छरों का सामान्य से अधिक प्रजनन सूचित हुआ हो, ऐसे क्षेत्रों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी रोग संचरण अवधि में रोगों के नियंत्रण हेतु सघन रूप से कार्य करें। उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद, ब्लाक तथा पंचायत ग्राम स्तरों पर विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बनाकर नोडल विभाग का कार्य करेगा। रोगियों के निःशुल्क परिवहन हेतु रोगी वाहन की व्यवस्था की जाए। नगर विकास विभाग जल जनित रोगों की रोकथाम तथा साफ-सफाई के सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कार्य करेेंगे। नगरीय क्षेत्र में मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों तथा जल जनित रोगों के विषय में जागरूकता लायी जाए। पेयजल श्रोतों, संसाधनों से शौचालयों की दूरी के उपाय तथा शौचालय सेे पेयजल प्रदूषित न हो, इसके लिए आवश्यक उपाय किये जायें। जलाशयों एवं नालियों की नियमित सफाई तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा फण्ड से एन्टीलारवा छिडकॉव की व्यवस्था करायी जाए। मच्छरों के प्रजनन की समस्याओं को रोकने के लिए गड्ढों का जलभराव रोका जाए। जल निकासी एवं साफ-सफाई तथा ग्राम स्तर पर कचरा निस्तारण एवं प्रबन्धन व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिये कि खुली नालियों की नियमित सफाई करायी जाए। ग्रामों में स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत ग्रामों में घरों में शौचालय का निर्माण कर इसका उपयोग करने एवं ग्रामों को खुले में शौंच से मुक्त कराया जाए। शहरी क्षेत्रों में कूडेदानों की स्थापना करायी जाए। उन्होंने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बीएचएसएनडी की बैठक कराने के साथ कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण एवं पोषाहार वितरण किया जाए तथा समस्त कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखते हुए आवश्यकता होने पर आवश्यक इलाज के लिए व्यवस्था की जाए। विकलांग बच्चों की सुविधाओं की व्यवस्था के लिए दिव्यांग कल्याण विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में वेक्टर जनित रोंगो, छात्रों को रोगों से बचाव, पर्यावरणीय स्वच्छता रखने, स्वच्छ पानी पीने, खुले में शौंच न करने व हाथों को धुलने हेतु जागरूक किया जाए। इस अभियान में उन्होंने सम्बन्धित विभागों को भी अपना सहयोग कर संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान में सहयोग करने के निर्देश दिये। बैठक में सीडीओ वेदप्रकाश मौर्य, एडीएम राजेश कुमार, एडीएम न्यायिक अमिताभ यादव, सीएमओ डा. अनिल कुमार समेत प्रभारी चिकित्साधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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