दीपावली के बाद रविवार को मनाया गया भैयादूज का पर्व
भाइयों ने बहनों को दिया उपहार, सुरक्षा का संकल्प लिया
बांदा, के एस दुबे । तिथियों के हेरफेर के चलते रविवार को शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भैयादूज का पर्व मनाया गया। बहनों ने अपने भाई के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाकर मिठाई खिलाई। भाइयों ने भी बहनों को उपहार देते हुए उसकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया। रविवार को सुबह से ही मिठाई की दुकानों में खरीददारी के लिए भीड़ लगी रही। भाइयों ने भी बहनों के लिए उनके पसंदीदा उपहार खरीदकर भेंट किए। अबकी बार दीवाली का पर्व 31 अक्टूबर को मनाया गया। तिथियों के हेरफेर के चलते रविवार को भैयादूज का पर्व मनाया गया। सुबह से ही बहनों
भैया दूज पर भाई के माथे पर तिलक करती बहनें |
में उत्साह नजर आया। बहनों ने भाइयों के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाया। भाइयों भी स्नेह पूर्वक बहनों का चरण स्पर्श करते हुए आशीर्वाद लिया। इसके बाद बहनों को उपहार भेंट किया। साथ ही उनकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया। परदेस में रह रहे भाई भी दीवाली पर्व के मौके पर अपने घर लौटकर आए, इससे उनकी बहनों ने भी अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाते हुए भाई दूज का पर्व मनाया। मालुम हो कि रोजी-रोटी कमाने के लिए
भाइयों का तिलक कर कारागार से बाहर निकलतीं बहनें |
लोग परदेस में रहकर काम करते हैं और त्योहारों के मौके पर ही अपने घर वापस आते हैं। इधर, रविवार को सुबह से ही मिठाई की दुकानों में खरीदारों की भीड़ लगी रही। जबकि भाइयों ने भी अपनी बहनों के लिए उनके पसंदीदा उपहार खरीदे।
No comments:
Post a Comment