कव्वालों ने बांधी समा, अकीदतमंदों ने मत्था टेक मांगी मुरादें
सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
फतेहपुर, मो. शमशाद । हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नासिरपीर बाबा का तीन दिवसीय सालाना उर्स मुबारक चल रहा है। जिसका सोमवार को कुल के साथ समापन होगा। उर्स के मुबारक मौके पर हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों की भारी भीड़ रही। मजार पर फातिया पढ़ लोगों ने मुल्क में अमन-चैन की दुआएं मांगी। मजार के बाहर मैदान में सजी विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की दुकानों से बच्चों ने अपने मनपसंद व्यजंन का स्वाद लिया। महिलाओं ने श्रृंगार सामग्री के साथ-साथ घरेलू सामान की खरीदारी की। शबेबरात पर्व के बाद हर साल हजरत नासिरपीर बाबा का सालाना उर्स मुबारक मनाया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी तीन दिवसीय सालाना उर्स मुबारक शुक्रवार को शुरू हुआ। उर्स के मौके पर मजार शरीफ को अन्दर से लेकर बाहर तक विद्युत झालरों एवं बल्बों से
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नासिरपीर बाबा की दरगाह में दुआएं मांगते जायरीन। |
सजाया गया। विद्युत सजावट से दरगाह रात में रोशन रही। जनपद के कोने-कोने से बड़ी संख्या में जायरीन पहुंचे। इन जायरीनों में हर धर्म, हर जाति के लोग शामिल रहे। सभी धर्म और जाति के लोग बड़ी श्रद्धा के साथ मजार पर चादर व फूल चढ़ाने के साथ-साथ फातिहा पढ़ दुआएं मांगी। सालाना उर्स के मौके पर मजार के बाहर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के साथ-साथ महिलाओं के श्रृंगार की सामग्री एवं घरेलू सामान की विभिन्न दुकानें सजी रहीं। इन दुकानों पर महिलाओं के साथ-साथ बच्चों की भारी भीड़ रही। बच्चों ने जहां अपने मनपसंद व्यंजन का आनन्द लिया वहीं महिलाओं ने श्रृंगार सामग्री के साथ-साथ घरेलू सामान की खरीददारी की। उर्स के मौके पर असलम निजामी मौदहा, मोईन निजामी के बीच जवाबी कव्वाली हुई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की। दोनों कव्वालों ने बाबा की शान में एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए। जिसे सभी ने जमकर सराहा। उर्स के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। अराजकतत्वों पर पुलिस निगाह दौड़ाए रही।
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