चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । संत रणछोड़ दास महाराज द्वारा स्थापित सद्गुरू नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड में दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण के लिए प्रयास परियोजना का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना के तहत दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण के लिए उन्हें आवश्यक शैक्षिक और सहायता सेवाएं प्रदान की जाएंगी। सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय के सीईओ डॉ इलेश जैन ने प्रयास परियोजना की रूपरेखा और उसके प्रभाव पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यह परियोजना दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण के लिए एक नई पहल होगी तथा इससे उनको एक नई राह मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहतः सद्गुरु पब्लिक स्कूल और विद्या धाम हायर सेकेंडरी स्कूल जानकीकुंड में दिव्यांग बच्चों के लिए रिसोर्स सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिससे उन्हें आवश्यक शैक्षिक और सहायता सेवाएँ मिल सकेंगी। इस परियोजना के तहत शिक्षकों और सामुदायिक पुनर्वास (सीबीआर) कार्यकर्ताओं को श्रवण एवं दृष्टि
मूल्यांकन में प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे दिव्यांग बच्चों की बेहतर पहचान और सहयोग कर सकें। साथ ही दिव्यांग बच्चों को पुनर्वास सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिसमें गृह एवं केंद्र-आधारित सहायता, आर्थिक पुनर्वास, प्रमाणन, सहायक उपकरण उपलब्धता और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना शामिल है। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सतना डॉ एलके तिवारी ने परियोजना की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह परियोजना समाज के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह दिव्यांग बच्चों के भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे उनके जीवन में उम्मीद की एक नई किरण जागेगी। उन्होंने परियोजना के सफल क्रियान्वयन में सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। इस मौके पर पर्किन्स संस्था के दीपक कृष्ण शर्मा, रीता मेस्सी सहित सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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