कंचन पुरवा मोहल्ले में खेली गई फूलों की होली
बांदा, के एस दुबे । नगर की एक नई और पुरानी संस्कृति से मिलती जुलती परंपरा के पहल मोहल्ला कंचन पुरवा में शुरू हुई तो 26 वां होलिकोत्सव केवल गुलाल और फूलों के साथ मनाया गया। वहां मनमोहक झांकियां और गुलाल और फूल की वर्षा के साथ दर्शकों ने होलिकोत्सव का आनंद लिया। पिछले 25 वर्षों से भव्य आयोजन किया जा रहा है। होली महोत्सव की द्वीज पर आयोजित फूलों की होली के दौरान ‘खेलो-खेलो संग हमारे कान्हा फूलों की होली’ ‘रंग डाल गयो रे मोपे सांवरा’ जैसे मधुर भजन संगीतों की गुंजायमान ध्वनि और राधे कृष्ण की मनोरम झांकी ने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ भाजपा नेता श्याममोहन धुरिया ने किया।
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कंचन पुरवा में फूलों की होली खेलतीं महिलाएं व अन्य। |
होली के दौरान कार्यक्रम के दौरान पत्रकार सार्थियों, बड़े बुजुर्गों, माताओं-बहनों सहित युवाओं व मोहल्लेवासियों की मौजूदगी में मनाये जा रहे गुलाल और फूल की होलिकोत्सव का आनंद उठाया । होलिकोत्सव के दौरान दर्शकों के बीच सामाजिकता के अलावा धार्मिकता और आपस में मिलन के एक ऐसे संयोग की बेहतरीन झांकी का नजारा लोगों के आंखों में था, जो एक यादगार के रूप में नगर के लिए मिसाल बनकर आगे बढ़ रहा है। आयोजक श्याममोहन धुरिया और उनके सहयोगियों के द्वारा जिस तरीके से शहर को कुरीतियों और अश्लीलता से बचाने के लिये होली पर्व को पूरी धार्मिकता के साथ मनाने का कारवां शुरू किया था। आयोजक श्याममोहन धुरिया ने बताया कि यह सब प्रेरणा माता-पिता के आर्शीवाद सहित मंदिर परिसर में विराजमान मां काली की देन है। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार पाठक, विवेकराज मिश्र, संजय मिश्रा, बालेन्द्र तिवारी के अलावा सुरेश साहू, बिक्की बनिया, कुंदन सिंह, आसिफ अली समेत सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल रहे।
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