कलम के सिपाही सड़क पर, सौंपा ज्ञापन
पत्रकारों की सुरक्षा पर उठे सवाल
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । उत्तर प्रदेश के सीतापुर में दिनदहाड़े पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह दिल दहला देने वाली घटना दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर, इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई। सीतापुर में पहली बार किसी पत्रकार की इस तरह हत्या होने से पूरे प्रदेश में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस हत्या के विरोध में चित्रकूट के पत्रकारों ने कर्वी, मऊ, मानिकपुर और राजापुर तहसील में प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पर जोरदार धरना दिया। पत्रकारों ने इस निर्मम हत्या पर प्रशासन से हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी व मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की। साथ ही, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी अपील की गई। विरोध प्रदर्शन में चित्रकूट प्रेस क्लब के अध्यक्ष सत्यप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि यह घटना पत्रकारिता जगत पर सीधा हमला है और यदि सरकार ने दोषियों
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काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते पत्रकार |
को जल्द गिरफ्तार नहीं किया, तो पत्रकार उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। प्रदर्शन को मजबूती देने के लिए सदर विधायक अनिल प्रधान, सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर यादव और भाकपा के जिला सचिव अमित यादव भी धरने में शामिल हुए। सभी ने प्रदेश सरकार व सीतापुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार की उदासीनता अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदर्शन के बाद पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक अरुण सिंह व अपर जिलाधिकारी राजेश प्रसाद को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा व मांग की कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पत्रकारों ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र कदम नहीं उठाए, तो यह विरोध प्रदर्शन और उग्र होगा।
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