चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । कहावत है कि पूत के पांव पालने मे दिख जाते हैं, ऐसे बाल नरेन्द्र थे। उन्होंने बचपन से सेवा ही धर्म मान लिया था। बचपन के उनके तमाम किस्से चर्चित हैं। चाय वाला 2014 में देश भर में चर्चित हो गया। इसलिए लोग कहते थे कि अबकी बार चाय वाला प्रधानमंत्री बनेगा। शनिवार को शक्ति प्रताप सिंह तोमर ने कहा कि पीएम मोदी के जन्मोत्सव को सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जाना है। गरीब, शोषित, वंचितों की सेवा भाजपा का हर कार्यकर्ता करता है। उनका संदेश जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी आज जन-जन के आदर्श हैं, वे किसानों के मसीहा हैं। युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। एक ऐसे प्रधानमंत्री जिन्होंने बचपन से ही सेवा को संकल्प बना लिया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने के पीछे उनके बचपन की कहानी का उदाहरण दिया जाता है। उज्जवला योजना के पीछे मोदी की मां का जीवन देश की हर महिला को वरदान बना। चूल्हे में मां की तस्वीर जब याद करते तो उन्होंने सोचा कि हर महिला को धुआ से आजादी मिलनी चाहिए। आज भारत की
शक्ति प्रताप सिंह तोमर। |
गरीब महिलायें गैस-चूल्हा मे भोजन पका रही हैं। देश हित-जन हित मे कड़े निर्णय लेने का व्यक्तित्व बनाया। इसका परिणाम है कि राष्ट्र की सुरक्षा व सैनिकों का सम्मान उनकी प्राथमिकता मे रहता है। दूसरे कार्यकाल मे राम राज्य की कल्पना को साकार करने को राम मंदिर की स्थापना करने वाले भारत के गौरवशाली प्रधानमंत्री बने तो तीसरी बार देश की जनता ने उन्हें अपना प्रधानमंत्री चुनकर देश ही नही वरन विश्व को भी बड़ा संदेश देने का काम किया है। अब तीसरे कार्यकाल मे जन आकांक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश मे उन्होंने विकसित भारत का जो संकल्प लिया है। वह उनके बाल योगी जीवन का ही प्रमाण कहा जाएगा कि बहुत कम समय मे भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी मे लाने के संकल्प की सिद्धि पीएम मोदी जैसा कर्मयोगी ही कर सकता है। समूचे बुन्देलखण्ड समेत चित्रकूट मे पीएम मोदी के जन्मोत्सव पर सेवा पखवाड़ा स्वच्छता व स्वास्थ्य के अभियान को ध्यान मे रखते हुए मनाया जा रहा है।
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