साल का आखिरी सूर्य ग्रहण नवरात्रि से पहले यानी 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इस दिन पितृ अमावस्या भी है। भारतीय समयानुसार, रात 9 बजकर 13 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू होगा। सूर्य ग्रहण समाप्त 3 अक्टूबर को तड़के सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर होगा। वलयाकार सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट होगी सूर्य ग्रहण कन्या राशि चन्द्रमा हस्त नक्ष्त्र में होगा।. यह ग्रहण 2 अक्टूबर को रात 9:13 बजे प्रारंभ होगा और अगले दिन सुबह 3:17 बजे समाप्त होगा. इस दिन सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध और केतु उपस्थित रहेंगे, जिन पर गुरु और मंगल की दृष्टि होगी. सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। सूतक काल ग्रहण खत्म होने तक रहता है। सूतक काल
उन्हीं जगहों पर लगता है जहां ग्रहण दिखाई देता है। 2 अक्टूबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। सूतक काल के समय भोजन करने और बनाने की भी मनाही होती है। लेकिन बच्चे, बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति पर ये नियम लागू नहीं होता है। वहीं ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्रियों को अपना विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। ग्रहण काल में गर्भवती स्त्रियों को वस्त्र आदि काटने या सिलने अथवा ऐसे अन्य कार्य नहीं करना चाहिए। इस साल का अंतिम अमेरिका, अर्जेटीना, अंटार्कटिका, उरुग्वे, होनोलूलू, आर्कटिक, प्रशांत महासागर, पेरी, चिली, और आइलैंड के उत्तरी भाग में दिखाई देगा।
-ज्योतिषाचार्य-एस.एस.नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ।
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