उज्जैन के कलाकारों ने किया मंचन, मप्र सीएम ने की शिरकत
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । 20 से 26 अक्टूबर तक चल रहे अंतर्राष्ट्रीय श्रीरामलीला उत्सव का समापन हुआ। ये भव्य समारोह श्रीराघव प्रयाग घाट नयागांव में आयोजित किया गया। मप्र मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शामिल हुए। शनिवार को उज्जैन के रंगरेज कला संस्थान के कलाकारों ने प्रतिदिन शाम सात बजे श्रीरामकथा के विभिन्न प्रसंगों का सजीव मंचन किया। आयोजन में श्रीरामराजा सरकार प्रदर्शनी आकर्षण कर केन्द्र रही, जो श्रीराम के छत्तीस गुणों को समर्पित रही। जटायु प्रसंग में डॉ कृष्ण गोपाल मिश्र ने कहा कि जटायु ने बुद्धिमानी से अपने पंखों को सूर्य के ताप से बचाया।
रामकथा के प्रसंगों का मंचन करते कलाकार। |
ऋषि चंद्रमा के आशीर्वाद से त्रेता युग में पुनः पंख प्राप्त किए। उन्होंने जटायु के त्याग, मित्रता व ऋषियों की सेवा के महत्व को भी रेखांकित किया। उत्सव दौरान श्रीराम-हनुमान मिलन का भावुक प्रसंग दर्शकों को भावविभोर कर गया। जहां प्रभु श्रीराम ने हनुमानजी को गले लगाकर भक्ति का आदर्श प्रस्तुत किया। इसके अलावा सुग्रीव से मित्रता, बालि वध व लंका दहन जैसे वीरतापूर्ण प्रसंग हुए। समापन दिवस पर सेतुबंध, रामेश्वरम स्थापना, रावण-अंगद संवाद, कुंभकरण वध, मेघनाथ वध और श्रीराम के राज्याभिषेक जैसे महत्वपूर्ण प्रसंग हुए। जो दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहे।
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