दीयों और झालरों की रोशनी से जगमगा उठी इमारतें, जमकर हुई आतिशबाजी - Amja Bharat

Amja Bharat

All Media and Journalist Association

Breaking

Friday, November 1, 2024

दीयों और झालरों की रोशनी से जगमगा उठी इमारतें, जमकर हुई आतिशबाजी

गुरुवार को शुभ मुहूर्त में किया गया मां लक्ष्मी का पूजन, वितरित किया गया प्रसाद

देर रात तक चलता रहा आतिशबाजी का दौर, धूम-धड़ाके की होती रही आवाजें

बांदा, के एस दुबे । दीपावली का पर्व गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। पूरा दिन तैयारियां करने के बाद शाम होते ही शुभ मुहूर्त में लोगों ने मां लक्ष्मी का विधिवत पूजन-अर्चन किया। इसके बाद मिट्टी के दीये जलाकर रखे गए। बिजली की झालरों से जनपद की इमारतें जगमग नजर आईं। प्रकाश पर्व दीपावली के मौके पर आतिशबाजी का दौर शुरू हुआ जो देर रात तक चला।, इधर शहर के जीआईसी ग्राउंड और जेएन कालेज ग्राउंड में आतिशबाजी

दीपावली पर आतिशबाजी करते बच्चे



का सामान खरीदने वालों की भीड़ मची रही। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस कर्मियों के साथ ही दमकल की गाड़ी भी दोनो ही मैदानों में तैनात की गई थी। अबकी बार धनतेरस का पर्व बुधवार और गुरुवार को मनाया गया। बुधवार को सुबह से ही लोगों ने अपने घरों की साफ-सफाई की। शाम को शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने शुभ मुहूर्त में

विधि विधान के साथ मातारानी की पूजा-अर्चना की। पूरे घर में मिट्टी के दीयों को जलाकर रौशन किया गया। इसी के साथ ही लोगों ने अपने घरों में बिजली की झालरों को भी लगाया था। बिजली चालित झालरों की जगमगाहट से पूरा जहां रौशन नजर आया। इसके साथ ही आतिशबाजी का सिलसिला शुरू हुआ। आतिशबाजी देर रात तक

चलती रही। आतिशबाजी के दौरान आसमान में सतरंगी छटा नजर आई। लोगों ने अनारदाना, राकेट, पटाखे दागे। बच्चों में आतिशबाजी को लेकर उत्साह नजर आया। इधर, शहर के जीआईसी ग्राउंड और जेएन कालेज ग्राउंड में पटाखा खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस फोर्स के साथ ही दमकल की गाड़ियां भी तैनात की गई थीं, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटा जा सके।


चंद घंटों में करोड़ों के दागे पटाखे

बांदा। जीआईसी ग्राउंड और जेएन कालेज मैदान में पटाखा बिक्री के लिए लगाई गई दुकानों में लोगों की जबरदस्त भीड़ रही। गुरुवार की शाम को पूजा-अर्चना के बाद आतिशबाजी का सिलसिला शुरू हुआ तो चंद घंटों में ही


करोड़ों रुपये की आतिशबाजी धुआं बनकर उड़ गई। देर रात तक आतिशबाजी का दौर चला। पटाखा विक्रेताओं की मानें तो लगभग एक करोड़ से अधिक के पटाखे लोगों ने खरीदे। अबकी बार राकेट और पटक बम समेत जोरदार आवाज करने वाले पटाखों की डिमांड अधिक रही।


No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages