भंडारे में व्यवस्थाओं की बनाई गई रणनीति
बबेरू, के एस दुबे । मौनीधाम सिमौनी में आयोजित होने वाले भंडारे को लेकर मंगलवार को एक आवश्यक बैठक संपन्न हुर्ठ। इसमें श्रमदानी कार्यप्रभारी मौजूद रहे। बैठक में विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की गई और रणनीति बनाई गई, ताकि भंडारे के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो सके। मालुम हो कि 15, 16 और 17 दिसंबर को तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन सिमौनीधाम में किया जाता है। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही प्रदर्शनी में खरीददारी करते हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है। भंडारे की व्यवस्थाओं को लेकर आयोजित की गई बैठक में श्रमदानी कार्यप्रभारियों को पूड़ी कार्यशाला, सब्जी कार्यशाला, मालपुआ तथा जलेबी कार्यशालाओं की साफ सफाई का कार्य देखते हुए शीघ्र इनकी भट्ठियों को नए तरीके से बनाकर इनकी रंगाई पुताई करने को कहा गया। आटा
सिमौनीधाम में बैठक के दौरान मौजूद श्रमदानी कार्यप्रभारी व अन्य |
मड़ाई कार्यशाला की साफ सफाई तथा आटा भंडारण के लिए बड़े हॉल को चिन्हित किया गया। विशाल भंडारा में श्रमदान करने वाले श्रमदानियों के रहने वाले आवासों की सफाई, आलू धुलाई तथा कटाई स्थल की साफ सफाई युद्ध स्तर पर जारी करते हुए इस कार्य को शीघ्र पूरा करने की रूपरेखा तैयार की गई। इसके अलावा नए व पुराने कड़ाहीदारों की सूची बनाकर अगली बैठक तक सभी कड़ाहियों के श्रमदानी कार्यप्रभारियो की निश्चित सूची बनाने का प्रस्ताव किया गया। श्रमदानी कार्यप्रभारियो की अगली बैठक मौनीबाबा धाम में 17 नवम्बर को तय की गई है। जिसमें सभी श्रमदानी कार्यप्रभारियो की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। बैठक में बच्चा सिंह काजीटोला, आनंद स्वरूप द्विवेदी, रघुनंदन सिंह,राजाबाबू सिंह परमार, शिवनायक सिंह परिहार, श्रीपाल सिंह यादव, फूलचंद्र यादव, हरिशरण शर्मा, अरूण सिंह पटेल, मनोज सिंह भदवारी,सुरेश तिवारी, बाला महाराज, सर्वेश तिवारी, बैजनाथ साहू,आलोक मिश्रा, अंकित सिंह के अलावा अन्य लोग भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, ताकि भंडारे के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था उत्पन्न न हो।
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