सपा ने दी शह-मात
पीडीए बिसात पर सपा की चाल
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले की सियासत में एक बार फिर समाजवादी पार्टी ने बड़ा राजनीतिक दांव चलते हुए विपक्षी खेमे में खलबली मचा दी है। मऊ-मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक व प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके वरिष्ठ नेता दद्दू प्रसाद अब सपा की सदस्यता ले चुके हैं। बसपा के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे दद्दू प्रसाद का सपा में आना सिर्फ एक पार्टी परिवर्तन नहीं, बल्कि सियासी धरातल पर एक बड़ा समीकरण है - पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की राजनीति का सशक्तिकरण। दद्दू प्रसाद जैसे वरिष्ठ दलित नेता का सपा से जुड़ना महज दल-बदल नहीं, बल्कि मऊ-मानिकपुर क्षेत्र में जातीय समीकरणों को पूरी तरह से पलटने वाली चाल है। यह सीट वर्तमान में अपना दल के कब्जे में है, लेकिन अब समीकरण तेजी से सपा के पक्ष में झुकते नजर आ रहे हैं। जिले में वैसे भी सियासी लड़ाई दो ही प्रमुख दलों- सपा व भाजपा-के बीच है। ऐसे में दद्दू प्रसाद का सपा में आना, भाजपा खेमे व उनके सहयोगियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
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सपा में अखिलेश यादव संग दद्दू प्रसाद |
पीडीए विंग को और धार देने के लिए सपा ने इस कदम के जरिए यह संदेश भी दे दिया है कि अब उसकी राजनीति सिर्फ नारों तक सीमित नहीं, बल्कि जमीन पर मजबूत सामाजिक गठजोड़ के जरिए सत्ता तक पहुंचने की रणनीति पर आधारित है। दद्दू प्रसाद का जनाधार खासकर दलित व ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद मजबूत है, और अब वो सपा के साथ खड़े होकर न सिर्फ पुराने समर्थकों को जोड़ेंगे, बल्कि भाजपा और अपना दल की नींदें भी हराम करेंगे। इस चाल से साफ है कि सपा ने मऊ-मानिकपुर की सियासी बिसात पर शह-मात का खेल शुरू कर दिया है, जिसमें पहला मूव ही विरोधियों को बैकफुट पर ले आया है। पीडीए का यह नया समीकरण आने वाले चुनावी रण में सपा के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है।
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