मौसम विभाग की चेतावनी अनसुनी
अन्नदाता परेशान
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि - शनिवार देर रात प्रकृति ने बुन्देलखण्ड के किसानों पर कहर बरपाया। तेज आंधी और मूसलधार बारिश ने खेतों में खड़ी और खलिहानों में रखी रबी की फसलों को तहस-नहस कर दिया। कहीं गेहूं की बालियां पानी में सड़ रही हैं, तो कहीं तैयार फसल हवा में उड़कर खेतों से बाहर बिखर गई है। जिले के ग्रामीण अंचलों में रविवार सुबह का सूरज किसानों के लिए एक नई चिंता लेकर उगाः अब क्या खाएंगे? कर्ज कैसे चुकाएंगे?
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मौके पर कटी हुई गीली फसल |
कई गांवों में किसान अभी कटाई में जुटे ही थे कि तेज आंधी ने उनके अरमानों को उड़ा दिया। खलिहान में रखी फसलें भीग गईं और अब सड़ने के कगार पर हैं। खेतों में कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो गईं। इन हालात में किसान अपनी पीड़ा छिपा नहीं पा रहे- उनकी आंखों में आंसू हैं और मन में भविष्य का डर। प्राकृतिक आपदा के बाद अब प्रशासनिक संवेदनशीलता की परीक्षा है।
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