खागा, फतेहपुर, मो. शमशाद । नगर के एक डिग्री कॉलेज में बुधवार को आयोजित एनसीसी कैडेटों का दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर सफलतापूर्वक समाप्त हो गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन कैडेटों को तैराकी, प्राकृतिक आपदाओं से बचाव तथा आपातकालीन परिस्थितियों में राहत कार्यों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। शिविर में उपस्थित कर्नल बृजेंद्र पठानिया ने कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदाएं कब और कहां आ जाएं, इसका अनुमान लगाना कठिन होता है। ऐसे में यदि लोग अचानक जल बहाव में फंस जाएं तो प्रशिक्षित कैडेटों को तैयार रहकर बचाव कार्य में आगे आना चाहिए। उन्होंने तैराकी और रेस्क्यू तकनीकों को जीवनरक्षक कौशल बताते हुए कहा कि एनसीसी कैडेटों को सदैव अनुशासन और सेवा भावना के साथ समाज की सहायता के
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| प्रशिक्षण के समापन पर एनसीसी कैडेट्स। |
लिए तत्पर रहना चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान कैडेटों को बाढ़, भूकंप, आगजनी जैसे हालात में सुरक्षित तरीके से लोगों की मदद करने, प्राथमिक उपचार देने और हेल्पलाइन व्यवस्था को सक्रिय करने के बारे में विस्तार से अभ्यास कराया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि वास्तविक परिस्थितियों में त्वरित निर्णय और टीमवर्क ही सफल बचाव कार्य की कुंजी होते हैं। समापन समारोह में कॉलेज प्रबंधन और एनसीसी अधिकारियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में कैडेटों ने एक-दूसरे को गले लगकर शुभकामनाएं दीं और भविष्य में भी समाजसेवा के लिए तत्पर रहने का संकल्प लिया। दस दिवसीय यह प्रशिक्षण कैडेटों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा।


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