वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। इस साल 10 मई दिन शुक्रवार को प्रात: 04:17 से वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि का शुभारंभ होगा. यह तिथि 11 मई दिन शनिवार को प्रात: 02:50 तक रहेगी. ऐसे में इस बार अक्षय तृतीया 10 मई शुक्रवार को है. इस दिन रोहणी नक्षत्र उपरांत मृगशिरा नक्षत्र और वृषभ राशि का संजोग बन रहा है अक्षय तृतीया पर सुकर्मा योग दिन 12:07 से लगेगा और रवि योग सुबह 10:47 से 11 मई को सुबह 05:33 तक है. अक्षय तृतीया स्वयं सिद्व मुहूर्त अबुझ मुहूर्त है। इसमें गृह प्रवेश, नया व्यापार आदि मांगलिक कार्य किये जा सकते है। इस दिन परशुराम जयन्ती , त्रेतायुग का प्रारम्भ इसी तिथि को हुआ था। इसे युगादि तिथि भी कहते है। इस दिन भगवान गणेश जी, भगवन विष्णु एवं लक्ष्मी जी और कुबेर जी की पूजा की जाती है। भगवान विष्णु के नर नारायण, हयग्रीव अवतार इसी दिन हुआ था। भगवान ब्रहमा जी के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म भी इसी दिन हुआ था। श्री बद्रीनारायण के पट भी इसी दिन खुलते है और वृन्दावन में श्रीबिहारी जी के चरणों को दर्शन वर्ष में इसी दिन होता है।
अक्षय तृतीया में तीर्थो में स्नान, जप, तप, हवन आदि शुभ कार्याे का अनंत फल मिलता है। इस दिन किया गया दान अक्षय यानि की जिसका क्षय न हो माना जाता है। इसदिन जल से भरा कलश, पंखा, छाता, गाय , चरण-पादुका स्वर्ण भूमि आदि का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है। मन्दिरों में जल से भरा कलश एवं खरबूजें चढ़ाया जाता है। पुराणों में भी इस दिन का वर्णन है। इस दिन व्यापारी जन अपने खातों की पूजन भी करते है। अक्षय तृतीया पूजा मुर्हूत प्रातः 05ः22 से दिन 12ः03 तक श्रेष्ठ है। भगवान परशुराम जी का अवतार अक्षय तृतीया में प्रदोषकाल में हुआ था। परशुराम जयन्ती 10 मई को ही होगी। भगवान परशुराम जी भगवान विष्णु जी के छठवें अवतार थे, अक्षय तृतीया के दिन मान्यता है कि सोना, चांदी खरीदने से समृद्वि आती है। सोना, चाँदी आदि आभूषण वाहन, वस्त्र, प्रापर्टी गैजेट्स, एसी, फ्रिज, होम एप्लाइंसेस, मोबाइल आदि खरीदने हेतु 10 मई अक्षय तृतीया पर चौघड़िया मुहूर्त प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत), सुबह 05:33 से 10:37 बजे तक,अपराह्न मुहूर्त (शुभ) दोपहर 12:18 से 1:59 बजे तक,अपराह्न मुहूर्त (चर) शाम 5:21 से 7:02 बजे तक, रात्रि मुहूर्त (लाभ) रात 9:40 से 10:59 बजे तक, रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) रात 12:17 से 02:50 मई 11 बजे तक शुभ है, जो लोग सोना चाँदी आदि महंगी धातु न खरीद सके वो लोग इस दिन रुई, मिट्टी का घड़ा, पिली सरसो, जौ, पीतल, ताम्बा , पिली कौड़ी ले सकते है मान्यता है की घर पर लाने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
No comments:
Post a Comment