मऊ/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । कथा महोत्सव में रामनगर ब्लाक के छीबों गांव में रामअभिलाष सिंह के आवास पर सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा में रेरुआ से पधारे कथा व्यास विनय कृष्ण शास्त्री ने विदुषी लालती देवी सेवानिवृत्त शिक्षिका पत्नी रामअभिलाष सिंह को कथा सुना रहे हैं। परीक्षित बनाकर श्रीमद्भागवत महापुराण की अमृतमयी कथा का रसपान पिछले पांच दिनों से करा रहे हैं। मंगलवार को कथा के छठवें दिन कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण के पावन चरित्र को निरुपित किया। बताया कि भगवान भक्त के प्रेम के भूखे होते हैं। उन्हें केवल भक्ति से प्राप्त कर सकते हैं। अन्य कोई उपाय धर्म शास्त्रों में नहीं बताया गया। कथा व्यास ने पांडवो के वंशज के प्रतापी राजाओं के चरित्र को संक्षिप्त रूप से परिभाषित किया। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन करते हुए
भागवत कथा सुनाते कथा व्यास। |
कथा व्यास ने गोवर्धन लीला की कथा का विस्तार से वर्णन किया। कथा दौरान पूतना वध, अघासुर वध, माखन चोरी का वर्णन किया। छठवें दिन की कथा में कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण के विवाह की कथा को रेखांकित कर रुक्मणी विवाह की कथा को विस्तार से सुनाया। संगीतमयी कथा में चित्रकूट के ख्याति प्राप्त गंधर्व तुलसी गौरव से सम्मानित मशहूर संगीतकार/गायक शिवमोहन शर्मा ने सुमधुर भजनों से श्रोताओं को भावविभोर किया। इस दौरान उनके साथ तबले पर तीरथ भाई की जुगलबंदी की श्रोताओं ने खूब सराहना की। संगीतमयी कथा की व्यवस्था संजीव सिंह कर रहे हैं। मनोहारी कथा का रसपान करने में दलवीर सिंह, पुष्पराज सिंह, प्रकाश सिंह, लालबहादुर सिंह, संतोष केशरवानी समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।
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