पिछले दो-तीन माह से हो रही समस्या, विभाग नहीं दे रहा ध्यान
ईपाश मशीनों को नेटवर्क न मिलने से होती है नोकझोंक
बांदा, के एस दुबे । ई-पाश मशीनों का नेटवर्क न मिल पाने की वजह से राशन वितरण व्यवस्था ठप होती जा रही है। पिछले दो-तीन महीनों से यह समस्या है। शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के कोटेदार हलाकान हैं। राशन कार्ड धारक भी कई-कई घंटे इंतजार करने के बाद अपने घर की ओर वापस जा रहे हैं। जिला पूर्ति विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कार्डधारक अपना सब काम छोड़कर पांच किलो अनाज लेने के लिए हफ्तों राशन की दुकान पर सुबह से शाम तक नंबर लगाए बैठा है, लेकिन उसे पांच किलो राशन बमुश्किल नसीब हो रहा है। विगत एक सप्ताह से खाद्य वितरण विभाग का सर्वर बहुत कम चल रहा है, जिससे राशन की दुकानों पर पहुंचने
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कोटेदार की दुकान पर मौजूद राशन कार्ड धारक |
वाले गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा। बड़ोखर ब्लाक के किसान कैरा, संतोष, अच्छेलाल, राजेश, सुरेश, महेश, दीनदयाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि विगत चार-पांच दिनों से वह अपनी राशन की दुकानों पर जाते हैं लेकिन राशन सर्वर के चलते नहीं मिल पा रहा। प्रतिदिन उन्हें वापस लौटना पड़ता है। इस विषय पर जब पूर्ति निरीक्षक प्रशांत सिंह से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि सर्वर की प्राब्लम लखनऊ से है। इस पर काम चल रहा है। हम कुछ नहीं कर सकते। इसी संबंध में जब पूर्ति अधिकारी यूआर खान से बात की गयी तो बताया कि वितरण हो रहा है लेकिन कुछ जगहों पर सर्वर की समस्या है, जल्द ही दुरुस्त कराया जाएगा।
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