इस माह सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में 21 जून की देर रात 12:06 बजे मीन लग्न में प्रवेश हो रहा है आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु माने जाते है। लग्नेश गुरु तृतीय भाव में होगा उनकी दृष्टि सप्तम ,नवम. एवं एकादश भाव पर है जिससे पर्याप्त वर्षा होगी लग्न पर राहु केतु का प्रभाव है जो कही अधिक तो कही कम वर्षा का संकेत है चतुर भाव में सूर्य बुध शुक्र की युति है दशम भाव में पंचमेश चन्द्रमा स्थित है यह कृषि उपज के लिए बहुत अनुकूलता प्रदान कर रहा है । सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है तब सूर्य की तपन कम होती है और आकाश मंडल में बादल छाने लगते हैं। बारिश होती है
और धरती जल मग्न होकर आमजन को शीतलता प्रदान करती है। सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में जाने से धरती माता रजस्वला होती हैं और इस दिन से वर्षा ऋतु का आगमन माना जाता है भारत एक कृषि प्रधान देश है तो इस दिन से फसल बोने के लिए दिन उत्तम माना जाता है। सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में गोचर से मिथुन, सिंह, तुला, कुम्भ राशि के लोगो के लिए लाभकारी होगा वर्षा के मुख्य 8 नक्षत्र होते हैं। वर्षा ऋतु के नक्षत्र आर्द्रा 22 जून, पुनर्वसु 5, पुष्य 19 जुलाई, अश्लेषा 2 अगस्त, मघा 16 अगस्त, पूर्वाफागुनि 30 अगस्त, उत्तराफाल्गुनी 13 सितंबर एवं हस्त नक्षत्र 27 सितंबर तक अच्छी वर्षा के संकेत है
- ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र , अलीगंज , लखनऊ
No comments:
Post a Comment