छह माह से कर रहे थे परेशान, समय रहते पुलिस ने नहीं की कार्यवाही
मऊ/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । 10वीं की छात्रा ने छेड़छाड़ से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने छात्रा का शव कमरे में पंखे से फंदे में लटका मिला तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने कहा कि बेटी को गांव के दो युवक छह महीने से तंग कर रहे थे। आत्महत्या की ये घटना रविवार को देर शाम मऊ थाने के परदवां गांव में हुई। बताया गया कि बेटी के स्कूल आते-जाते समय गांव के रंगीलाल व मुन्नीलाल पुत्र द्वारिका प्रसाद छेडछाड करते थे। पुलिस से शिकायत की तो, कोई कार्यवाही नहीं हुई। दो दिन पहले बेटी को इन युवकों ने तंग किया था। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। बेटी कहती थी कि रोज-रोज के तंग करने से अच्छा है कि वे जान दे दे। अंततः बेटी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस से शिकायत की थी तो पुलिस ने परिजनों से ही थाने में मारपीट की। शिकायती पत्र पुलिस ने फाड़कर फेंक दिया। कुछ देर बाद पुलिस ने मामला दर्जकर शव का पंचनामा कर
रोती-बिलखती मां को ढांढस बंधाते विधायक। |
पोस्टमॉर्टम को मर्चरी भेजा है। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। परिजनों ने आशंका जताई कि पुलिस उन्हें छोड देगी। पुलिस ने उन्हें छोड़ा तो वे परिजनों की हत्या कर देंगे। सपा सदर विधायक अनिल प्रधान घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों से भेंट की। पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। मुख्यमंत्री से मामले की जांचकर पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। छात्रा के पिता ने बताया कि उसकी बेटी कक्षा दस में पढ़ती थी। साइकिल से स्कूल आती-जाती थी। घर के काम भी साइकिल से करती थी। छेडछाड की बातें बेटी परिजनों से बताती थी। परिजनों ने कहा कि युवकों के भय से बेटी का स्कूल जाना बंद करा दिया था। घर से निकलने पर दोनों युवक बेटी को परेशान करने थे। दो दिन पहले बेटी से छेड़छाड़ हुई तो घर आकर बहुत रोई थी। कह रही थी कि वे कहते हैं कि तुम्हें मार देंगे। वह युवकों की छेडछाड से तंग आ चुकी थी। छात्रा की मां ने कहा कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो बेटी जिंदा होती।
आरोपियों पर कडी कार्यवाही: सीओ
मऊ/चित्रकूट। इस मामले में सीओ राजापुर श्रीमती निष्ठा उपाध्याय ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम को मर्चरी भेजा है। जो आरोप परिजन लगा रहे हैं, उनकी जांचकर कार्यवाही की जायेगी। आरोपियों पर कडी कार्रवाई होगी।
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