पतित पावन मंदाकिनी नदी का पवित्र जल लेकर 9 अगस्त को पैदल बांदा आएंगे
गाजे-बाजे के साथ बामदेवेश्वर शिव का कराया जाएगा जलाभिषेक
कांवड़ यात्रा का समाजसेवियों और श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
बांदा, के एस दुबे । मंगलवार को विशाल कांवड़ यात्रा गाजे बाजे के साथ धूमधाम के साथ निकाली गई। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। कांवड़ यात्रा में वाहनों पर सवार कांवडिए बम-बम भोले के जयकारों के साथ अबीर गुलाल उड़ा रहे थे। कुछ कांवड़िए भक्ति गीतों पर नृत्य भी कर रहे थे। यात्रा में कांवड़ियों ने तिरंगा भी लहराया। कांवड़ यात्रा को देखने के लिए बाजार में सड़क के दोनों ओर जगह-जगह महिलाओं, पुरुषों व बच्चों की भीड़ लगी रही। जगह- जगह कांवड़ यात्रा पर पुष्पों की वर्षा की गई। राजघाट खुटला से कांवडियां जैसे ही खुटला और महेश्वरी देवी बाकरगंज नगर की सीमा में प्रवेश किया। सभासद घनश्याम अमित सेठ भोलू ने आरती और फूलों व अबीर गुलाल उड़ाकर उनका स्वागत किया। बम-बम भोले के जयकारे लगाए। स्टेशन रोड पर खाटू
स्टेशन की ओर जाते कांवड़िया |
श्यामजी सेवा मंडल द्वारा भक्तों को शर्बत अंग वस्त्र पहनाकर ज़ोरदार स्वागत किया और दवा की किट सौंपी। उधर स्टेशन के अंदर जय मां दुर्गे समाज कमेटी द्वारा भक्तों को जलपान कराया। यह बोल बम गुप वन कांवड़ समिति अध्यक्ष प्रेम मौर्य ने बताया कि इस यह कांवड़ यात्रा के15 सालों से गाजे-बाजे के साथ निकाली जा रही है। कांवड़िया चित्रकूट ट्रेन से जाएंगे और वापस पैदल यात्रा करके 9 अगस्त को वामदेव मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था में साथ साथ स्टेशन तक शांति पूर्वक रवाना कराया। खाटू श्यामजी सेवा मंडल मोटू, वीरेंद्र गुप्ता, अनमोल जंडिया, पप्पू शिवहरे सुधीर तिवारी,जीतू गुप्ता राकेश गुप्ता,नरेश सेन और मोनू सविता जय मां दुर्गे बाल समाज द्वारा भक्तों को जलपान कराया। इस मौके पर रितेश कुमार,दीपू, रिसब मनोज अंशु, प्रथम, मुकेश लखन राज शंकर, दिनेश सिंह रवि समेत सैकड़ों श्रद्धालु भी मौजूद रहे।
रेलवे स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया में ट्रेन के इंतजार में कांवड़िया
शिवमय नजर आई बांदा नगरी
बांदा। सावन माह में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। इस दौरान भगवान शिव को शीतलता प्रदान होती है। पंडित विद्याधर ने बताया कि सावन माह में जलाभिषेक करने से जहां शिव को शीतलता प्रदान होती है, वहीं माता पार्वती की कृपा भी प्राप्त होती है। शिव पूजा से मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। इधर, सावन माह में जगह-जगह शिवलिंगों का निर्माण करते हुए रुद्राभिषेक किया जा रहा है।
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