फतेहपुर, मो. शमशाद । एंबुलेंस 102 के ईएमटी की सूझबूझ के चलते प्रसूता व नवजात की जान बच गई। लगभग तीन किलोमीटर की दूरी का रास्ता खराब होने पर एंबुलेंस में ईएमटी मोनी देवी ने प्रसूता का सुरक्षित प्रसव कराया।बताते चलें कि 102 एंबुलेंस से गर्भवती महिलाओं को अधिक फायदा मिल रहा है। बीते दिन जब एंबुलेंस मे कार्यरत ईएमटी को लखनऊ काल सेंटर से कॉल आई और उसे बताया कि अस्पताल से लगभग 10 किलोमीटर दूर गौरी गांव अमौली ब्लाक से एक गर्भवती महिला को लेकर अस्पताल जाना है। एंबुलेंस कर्मचारी ईएमटी मोनी देवी ने अस्पताल से अपने पायलट दीपक कुमार के साथ मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रसुता के घर पहुंची। तब प्रसूता शबाना पत्नी
गोद में नवजात को लिए नर्स। |
आसिफ प्रसव पीड़ा में तड़प रही थी। ऐसी स्थिति में ईएमटी मोनी देवी ने प्रसव पीड़ित महिला को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल के लिए निकली तभी कुछ दूर के बाद रास्ता खराब होने के कारण प्रसूता की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी तो एम्बुलेंस कर्मचारी मोनी देवी ने पायलट दीपक को एंबुलेंस साइड लगाने को कहा। परिवार के एक अन्य सदस्य व आशा साधना देवी की सहायता से महिला सुरक्षित प्रसव कराया। जहां प्रसुता शबाना पत्नी आसिफ एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। एंबुलेंस में प्रसव के उपरांत जच्चा और बच्चा को सीएचसी अमौली में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने मां और बच्ची की हालत को स्वास्थ बताया। इस कार्य के लिए अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों ने एंबुलेंस महिला कर्मचारी के कार्य की सराहना की।
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