पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से शहर और गांवों में लोगों के घरों में घुसा पानी
शहर के नाले और नालियां उफनाईं, कई सड़कें पानी से हो गईं जलमग्न
शनिवार की रात को डेढ़ घंटे तक हुई झमाझम बारिश, घरों में दुबके रहे लोग
रविवार की दोपहर से लेकर शाम तक रुक-रुक कर चला झमाझम बारिश का सिलसिला
पिछले चौबीस घंटे में 184.6 मिमी रेकार्ड की गई वर्षा, जलभराव से हुई परेशानी
बांदा, के एस दुबे । सितंबर माह खत्म होने को है और मानसून अब भी पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहा है। पिछले दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश से जहां शहर के नाले और नालियां उफना गईं। वहीं शहर के तमाम स्थानों पर सड़कें जलमग्न हो गईं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में खेत जहां तालाब सरीखे नजर आए वहीं एक दर्जन कच्चे मकान बारिश से ढह जाने की खबरें मिली हैं। शनिवार की रात तकरीबन डेढ़ घंटे तक झमाझम बारिश हुई। इसके बाद कुछ घंटे के लिए बारिश का सिलसिला थमा और तड़के फिर से बारिश हुई। रविवार की दोपहर के बाद झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ तो रुक-रुककर कई बार पानी बरसा। मौसम विभाग ने 184.6 मिमी बारिश रेकार्ड की है।
मवई गांव में जलभराव से घिरा मंदिर |
सितंबर के आखिरी दिनों में मेहरबान मानसून किसानों को पूरी तरह से तृप्त करता नजर आ रहा है। धान की फसल को जहां फायदा नजर आ रहा है वहीं तिल की फसल को नुकसान पहुंच रहा है। शुक्रवार और शनिवार को हुई झमाझम बारिश ने पूरे शहर को पानी-पानी कर लिया। शहर के नाले और नालियां उफना गईं। नालियों का पानी सड़कों पर भर जाने की वजह से सड़कें तालाब सरीखी नजर आईं। जबकि जीआईसी ग्राउंड में भी पानी भर गया। शहर के लोहिया पुल के पास तो पानी का तेज सैलाब नजर आया। शनिवार की रात को नौ बजे से शुरू हुआ झमाझम बारिश का सिलसिला रात साढ़े 10 बजे तक चला। तेज बारिश होने की वजह से लोग जहां थे, वहीं ठिठक गए। बारिश का सिलसिला कुछ कम होने पर लोग भीगते हुए आवागमन करते नजर आए। शहर के कालूकुआं, छोटी बाजार, बंगालीपुरा, इंदिरा नगर, सर्वोदय नगर समेत तमाम इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया, इससे आवागमन बाधित हो गया। शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना निचले इलाके में बसे बाशिंदों को करना पड़ा। बारिश का पानी नाला और नालियों से उफनाते हुए उनके घरों में घुसने लगा। लोगों ने किसी तरह बाल्टी के जरिए पानी को बाहर फेंका। कई स्थानों पर स्कूल और देव स्थानों पर भी पानी भर जाने की वजह से अव्यवस्था का आलम रहा। रविवार की दोपहर एक बार फिर से झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। इस दौरान भी कई स्थानों पर जलभराव होने की खबरें संज्ञान में आ रही है। बारिश की वजह से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन किसानों के चेहरे पर कहीं मुस्कान तो कहीं हताशा नजर आ रही है। धान की फसल को तो बहुत फायदा नजर आ रहा है लेकिन तिल की फसल को नुकसान पहुंच रहा है।
झमाझम बारिश से सड़क और मकान के अंदर भरा पानी |
इधर, ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश का व्यापक असर नजर आ रहा है। सदर तहसील के मवई बुजुर्ग गांव में झमाझम बारिश की वजह से आधा दर्जन से ज्यादा मकान गिर गए। गांव की नालियां उफना जाने की वजह से लोगों के घरों में पानी घुस गया। वहीं अनुसूचित जाति बस्ती के राजेंद्र पुत्र विजय पाल वर्मा की दीवार अचानक बरसात के कारण गिर गई। वहां सो रहे विजयपाल वर्मा व राजेद्र की 10 वर्षीय बच्ची दीवार में दब गई। आनन-फानन में बीच-बचाव करके घर वालों ने मलवे से बाहर निकाला जिससे उन्हें हल्के फुल्की चोटें आई हैं। मवई बुजुर्ग गांव के झंडा देवी मंदिर के पास लगभग एक दर्जन लोगों के घरों में बरसात का व नाले का पानी भर गया है, स्थानीय ग्रामीणों को निकलते समय भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, पानी इस कदर रोड पर भरा हुआ है कि आने जाने वाले स्थानीय ग्रामीण को भारी कठिनाई हो रही है। वहीं स्थानीय ग्रामीण शिवमोहन ने आरोप लगाते हुए बताया कि गोसाई तालाब के बगल में अवैध रूप से तालाब बनाकर बंधा बना दिया गया है, जिसके कारण बरसात का पानी ज्यादा भर जाने की वजह से अचानक बंधा टूट गया है, जिससे स्थानीय ग्रामीणो के घरो में पानी भर गया है, वहीं रात को करीब 2 बजे स्थानीय ग्रामीणो ने संबंधित अधिकारियों को फोन पर जानकारी दी , जिसके बाद मौके पर पहुंचे रात में ही नायाब तहसीलदार व लेखपाल ग्रामीणों से बातचीत करते हुए आश्वासन दिया है कि जो भी मदद होगी की जायेगी। इधर, पूर जिले में बारिश होने के साथ जलभराव और कई कच्चे मकान गिरने की खबर है। नरैनी, अतर्रा, बदौसा, कमासिन, बबेरू, बिसंडा समेत अन्य स्थानों पर भी झमाझम बारिश होने की वजह से सड़कों पर पानी भर गया। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मियों की लापरवाही की वजह से नालियों की सफाई नहीं हुई, इसकी वजह से जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेत पानी से लबालब हो गए हैं।
बारिश होने से इस तरह गिर गए मकान
इनके घरों में भरा पानी
मवई गांव में लल्लू प्रजापति पुत्र छोटा, तुलसीदास पुत्र सदाशिव यादव, राकेश पुत्र किशोरी यादव, पप्पू यादव पुत्र रामेश्वर,शिवमोहन पुत्र अंधुवा यादव, प्रीतम पुत्र सदाशिव, बिहारी यादव, रमाशंकर पुत्र शिवप्रसाद, शिवनारायण, रामनारायण पुत्र शिवप्रसाद, गौरी यादव,देवीदीन पुत्र रामेश्वर यादव, मनोज पुत्र भवानीदीन, राजेश रामेश्वर, रामकरण पुत्र शिव दर्शन के घरों में पानी घुस गया।
झमाझम बारिश से शहर की जलमग्न गलियां।
इन लोगों के कच्चे मकान गिरे
मवई गांव में राजेन्द्र पुत्र विजय पाल वर्मा, चुनुबाद पुत्र सुन्दर, जितेन्द्र पुत्र विजय पाल वर्मा, रामबाबू पुत्र रामस्वरूप वर्मा, परदेशी, अमित पुत्र गिरजाशंरन, जगदीश पुत्र महिपाली वर्मा, श्रीकृष्णा पुत्र बहोरी वर्मा आदि लोगो के बरसात की वजह से कच्चे मकान भर-भरा कर गिर गये है।
पावर हाउस पानी से लबालब, नाला तोड़कर निकाला पानी
बांदा। शहर के इंदिरा नगर के सामने स्थित पावर हाउस में झमाझम बारिश की वजह से पानी भर गया। स्टोर से लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों के कार्यालयों तक में पानी घुस गया। दरअसल बारिश की वजह से नाला उफना गया था। इतनी तेज बारिश हुई कि नाला और नाली पानी नहीं ले पा रहे थे। इसकी वजह से पावर हाउस में जलभराव हो गया। जलभराव से परेशान बिजली अधिकारियों ने जेसीबी मशीन बुलवाई, नाले को तोड़वाया गया, तब कहीं जाकर कई घंटे में पावर हाउस में भरा पानी बाहर निकल सका। मालुम हो कि शुक्रवार और शनिवार को हुई झमाझम बारिश की वजह से पावर हाउस के अंदर पानी घुस गया था। इसके साथ ही रविवार को भी झमाझम बारिश हुई।
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