मऊ/चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । हंस आजीविका परियोजना के तहत विकासखंड मऊ में विकासखंड स्तरीय हितधारकों की एकदिवसीय समन्वय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विकासखंड मऊ के किसानों से सम्पर्क कर उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ दिलाने के लिए ग्राम प्रधानों व सचिवों को जागरूक किया गया। मंगलवार को कार्यशाला में खंड विकास अधिकारी श्रीराम मिश्रा ने कहा कि विकासखंड मऊ में कई ऐसे ग्राम है, जहां प्राकृतिक तरीके से खाद बनाने का कार्य किया जा रहा है, उनके साथ समन्वय कर बागवानी और पशुपालन को बेहतर किया जा सकता है। साथ ही अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुचाया जा सकता है। पशु चिकित्साधिकारी आर एस गौतम ने बताया कि विभाग के द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप का आयोजन कर पशुधन को बचाए रखने में मदद की जाती है। कहा कि विभाग द्वारा पशुपालन में सभी प्रकार का सहयोग किया जाएगा।
जागरूक करते अधिकारीगण। |
फाउंडेशन के विषय विशेषज्ञ श्रीकांत ने बताया कि कार्यशाला में दस ग्राम पंचायत के सचिव एवं प्रधानों ने प्रतिभाग किया। जिसमें मऊ विकासखंड के किसानों के साथ समन्वय स्थापित कर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़कर उनकी आजीविका को सुधारने के लिए ग्राम प्रधानों व सचिवों को प्रेरित किया गया। ताकि सभी किसान अपनी रोजमर्रा की जरूरत को पूरा कर सके। उन्होंने बताया कि हंस फाउंडेशन द्वारा भारतवर्ष के 26 राज्यों में समाज के शोषण, पीड़ित एवं वंचितों के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से कार्य किया जा रहा है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, विकलांगता, आपदा एवं आजीविका के द्वारा उनको सशक्त कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़कर उनके जीवन स्तर में सामान्यता लाने का प्रयास किया जाता है। कार्यशाला में फाउंडेशन के ब्लॉक समन्वयक आशाराम, मुकेश मंडरहा, फील्ड समन्वयक प्रिंस कुमार, जय प्रकाश आदि मौजूद रहे।
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