चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जिले के उर्वरक विक्रेताओं की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी विक्रेता निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरक बिक्री करें। अधिक मूल्य पर खाद बेंचने वाले उर्वरक विक्रेता के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। गुरुवार को बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि रबी फसलों की बुवाई को किसानों ने फास्फोरसयुक्त उर्वरकों जैसे डीएपी, एनपीके, सुपरफास्फेट आदि का क्रय तेजी से हो रहा है। जिले में डीएपी व फास्फोरसयुक्त खाद वितरण पारदर्शिता से कराना शासन की प्राथमिकता है। बाजार में सीमित आपूर्ति को खाद की जमाखोरी, कालाबाजारी, ओवर रेटिंग पर अंकुश लगाने को किसी प्रकार का अमानक उर्वरक मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। सीडीओ ने कहा कि बिक्री केंद्र से बाहर जाकर उर्वरक वितरण करने वाले विक्रेता भी कार्यवाही के पात्र होंगे। निर्धारित चौहद्दी में उर्वरक वितरण-भंडारण करें।
बैठक में निर्देश देती सीडीओ।
किसान उपलब्ध उर्वरक का करे प्रयोग : आरपी शुक्ला
चित्रकूट। जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ल ने बताया कि किसान डीएपी उर्वरक के अलावा बाजार में उपलब्ध एनपी व टीएसपी उर्वरक का प्रयोग कर बुवाई कर सकते हैं। दलहनी व तिलहनी फसलों में एनपी के प्रयोग से तेल की गुणवत्ता व मात्रा दोनों अच्छी होती है। सहकारी केंद्रों के अलावा निजी केंद्रों में फास्फोरसयुक्त उर्वरक हैं। किसान जरूरत के मुताबिक खाद लें, अधिक भंडारण न करें। डीएपी रैक नौ नवंबर तक प्राप्त होने की संभावना है।
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