आचार्य ने भागवत को सत्कर्म ज्ञान वैराग्य बताया
फतेहपुर, मो. शमशाद खान । श्रीमद् भागवत महापुराण संगीतमय ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिवस कलश यात्रा वैदिक मंत्रोच्चरण के बीच ढोल, नगाड़ों, शंख घंटा डीजे के धार्मिक भजनों के साथ सिविल लाइन आईटीआई रोड से प्रारंभ होकर शिव मंदिर कलक्टरगंज होते हुए हनुमान मंदिर पटेल नगर चौराहा पहुंचकर समाप्त हुई। भागवत महापुराण के प्रथम दिवस में भागवत आचार्य श्री रामबाबू द्विवेदी मयंक ने भागवत को सत्कर्म ज्ञान वैराग्य बताया। उन्होंने कहा कि भागवत वेदों का मंथन है। अनेकों जन्मों का भाग्य जब उदय होता है। तब भागवत सुनने का फल प्राप्त होता है।
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं व आयोजक। |
भागवत कथा महापुराण के आयोजक अभिलाष त्रिवेदी एडवोकेट और हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज त्रिवेदी ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि कल से प्रतिदिन 2 बजे से सायं काल 6 बजे तक कथा होगी। सनातन धर्मी इस महान अवसर में पहुंचकर धर्म लाभ उठाएं। कलश यात्रा शोभा यात्रा में प्रमुख रूप से रामगोपाल शुक्ला, रामानुज तिवारी, रामू शुक्ला, डॉ चंद्र कुमार पांडेय, स्वामी रामआसरे आर्य, वीरेंद्र मणि त्रिपाठी, राजेंद्र त्रिवेदी, अर्चना त्रिवेदी आदि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
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