पूर्व सांसद समेत अन्य ने जताई नाराजगी
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । मुख्यालय बस स्टैंड को हटाने के आदेश के बाद स्थानीय लोगों व यात्रियों में असमंजस और आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। नगर पालिका ने किराया न जमा करने का आरोप लगाकर बस स्टैंड को तोड़ने के लिए कर्मचारी भेजे गए, लेकिन स्थानीय लोगों और’एआरएम के विरोध के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहीं इस फैसले के खिलाफ सदर विधायक अनिल प्रधान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस स्टैंड और पूछताछ कार्यालय को यथावत रखने की मांग की है। कहा कि बस स्टैंड हटने से यात्रियों को न केवल असुविधा होगी, बल्कि समय और धन
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विधायक अनिल प्रधान |
की भी बर्बादी होगी। चित्रकूट एक धार्मिक स्थल है, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु और यात्री आते हैं, ऐसे में बस स्टॉप का स्थान बदलना आम जनता के हित में नहीं है। नगर पालिका का कहना है कि बस स्टैंड के किराए का भुगतान नहीं किया गया, जबकि एआरएम ने किराया जमा होने की रसीद दिखाकर इस दावे को खारिज कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना उचित सूचना दिए इस तरह की कार्रवाई यात्रियों और व्यापारियों दोनों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। वहीं पूर्व सासंद भैरो प्रसाद मिश्रा ने भी आलाधिकारियों को पत्र लिखकर फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है। इस मुद्दे पर यापारी वर्ग व आम नागरिकों ने भी विरोध जताया है। सभी ने मुख्यमंत्री व डीएम को पत्र लिखकर अपील की है कि बस स्टॉप और पूछताछ कार्यालय को यथावत रखा जाए जिससे यात्रियों को असुविधा न हो।
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