भाजपा का मास्टरस्ट्रोक, महेंद्र कोटार्य बने जिलाध्यक्ष - Amja Bharat

asd

All Media and Journalist Association

Sunday, March 16, 2025

demo-image

भाजपा का मास्टरस्ट्रोक, महेंद्र कोटार्य बने जिलाध्यक्ष

सियासी हलचल तेज, बढ़ी बेचैनी

समर्थकों में जश्न, दावेदारों में मायूसी

सपा के पीडीए का भाजपा का प्रत्युत्तर ?

चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि । जिले की सियासत में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेलते हुए महेंद्र कोटार्य को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। वृंदावन गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में यह ऐलान किया गया, जहां राज्य मंत्री अजीत पाल समेत भाजपा के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। पार्टी के इस फैसले को चित्रकूट की राजनीति में अप्रत्याशित कदम माना जा रहा है, जो आने वाले दिनों में स्थानीय राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकता है। महेंद्र कोटार्य इससे पहले भाजपा के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत थे, लेकिन अब उन्हें जिले की पूरी कमान सौंप दी गई है। उनके जिलाध्यक्ष बनने की घोषणा होते ही जहां समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई, वहीं कुछ दावेदारों के चेहरे मायूस नजर आए। वे नेता, जो इस पद की आस लगाए बैठे थे, थोड़ी देर तक कार्यक्रम स्थल पर रुके रहे और फिर ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए धीरे-धीरे बाहर निकल गए। इस दृश्य ने यह स्पष्ट कर दिया कि पार्टी के इस फैसले ने कई उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। वहीें राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह

16%20ckt%2001
विजयी होने के बाद जिलाध्यक्ष महेन्द्र कोटार्य

नियुक्ति केवल संगठनात्मक बदलाव नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक दूरगामी रणनीति छिपी हुई है। चर्चा है कि भाजपा ने यह कदम समाजवादी पार्टी के प्रभाव को संतुलित करने के लिए उठाया है। हाल ही में सपा ने जिले में अपनी पकड़ मजबूत करने के प्रयास किए थे, ऐसे में भाजपा का यह फैसला पीडीए के लिए बडी चुनौती हो सकता है। अपनी नियुक्ति के बाद महेंद्र कोटार्य ने संगठन के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करते हुए कहा, ’मैं संगठन का कार्यकर्ता हूं और पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा। बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक भाजपा कार्यकर्ता मेरे साथ मजबूती से खड़ा है।’ अब देखना होगा कि महेंद्र कोटार्य के नेतृत्व में भाजपा जिले में किस तरह अपनी पकड़ मजबूत करती है और विपक्षी दलों की रणनीतियों का मुकाबला किस अंदाज में करती है। एक बात तो तय है कि यह नियुक्ति सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि आगामी चुनावी राजनीति की जमीन तैयार करने वाला बड़ा कदम साबित हो सकती है।


No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages

Contact Form

Name

Email *

Message *